आवाज द वाॅयस /हैदराबाद
हिमाचल प्रदेश के युवा संगम प्रतिनिधिमंडल ने हैदराबाद स्थित राजभवन में तेलंगाना के माननीय राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा से शिष्टाचार भेंट की. यह मुलाकात भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा "एक भारत श्रेष्ठ भारत" (ईबीएसबी) पहल के तहत आयोजित युवा संगम कार्यक्रम के अंतर्गत हुई.
राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम के पीछे के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि यह पहल देश की विविध संस्कृतियों को एक मंच पर लाने और उनकी विशिष्टताओं का सम्मान करते हुए विविधता में एकता को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है. उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में नोडल अधिकारियों और समन्वयकों के प्रयासों की सराहना की.
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (एमएएनयूयू) में जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के डीन और तेलंगाना में युवा संगम कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रो. मोहम्मद फरियाद ने विशेष अतिथि एआईसीटीई के सलाहकार प्रो. रामुलु मोरे और हिमाचल प्रदेश के नोडल अधिकारी डॉ. परम सिंह के साथ राज्यपाल को गुलदस्ता और स्मृति चिन्ह भेंट किया. प्रो. फरियाद ने युवा संगम की पहल और उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला.
कार्यक्रम के सहायक नोडल अधिकारी और एमसीजे विभाग के सहायक प्रोफेसर मेराज अहमद ने सत्र का संचालन किया. हिमाचल प्रदेश से आए छात्र लकी चौहान और आयुषी पटियाल ने अपने अनुभव साझा किए.
प्रतिनिधिमंडल ने हैदराबाद के प्रमुख नवाचार और स्टार्टअप केंद्र "टी-हब" का दौरा किया, जहां उन्हें उद्यमशीलता और तकनीकी प्रगति की प्रेरणादायक जानकारी मिली. इसके अलावा, उन्होंने ऐतिहासिक सात मकबरे और प्रसिद्ध गोलकोंडा किले का भ्रमण किया. शाम का समापन गोलकोंडा किले में हुए आकर्षक लाइट एंड साउंड शो के साथ हुआ.
दिन का अंत मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (एमएएनयूयू) परिसर में बिजिना के. की देखरेख में हुआ.