Two arrested for assault on Bihar youth who had come to Siliguri for an exam; video sparks political row
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
सिलीगुड़ी पुलिस के अधीन बागडोगरा पुलिस ने गुरुवार को बिहार से सिलीगुड़ी में परीक्षा देने आए दो युवकों को धमकाने और परेशान करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया. आरोपियों की पहचान रजत भट्टाचार्य और गिरिधारी रॉय के रूप में हुई है. ये दोनों पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के निवासी हैं और बंगाली समर्थक संगठन बांग्ला पोक्खो से जुड़े हुए हैं. यह घटना तब प्रकाश में आई जब सोशल मीडिया पर युवक का वीडियो वायरल हुआ और इसकी व्यापक निंदा हुई. वायरल हुए वीडियो में युवक को एक कमरे में सोते हुए देखा जा सकता है, तभी बदमाशों का एक समूह अंदर घुसता है और उनसे पूछता है कि क्या वे बंगाली समझ सकते हैं.
जब एक छात्र ने जवाब दिया कि वे नहीं समझ सकते, तो बदमाशों ने उनसे आक्रामक तरीके से सवाल करना शुरू कर दिया और दावा किया कि उन्हें दूसरे राज्यों में परीक्षा नहीं देनी चाहिए. छात्रों में से एक ने यह समझाने का प्रयास किया कि उन्हें सिलीगुड़ी परीक्षा केंद्र में नियुक्त किया गया था, लेकिन बार-बार उनसे अपने दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया. समूह ने आईबी से होने का दावा किया और युवक को परेशान किया. सिलीगुड़ी पुलिस के डीसीपी विश्वचंद ठाकुर ने घोषणा की कि शिकायत के बाद गुरुवार शाम बागडोगरा पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
"शिकायत के आधार पर बागडोगरा पुलिस ने दो लोगों को गुरुवार शाम को आईबी और पुलिस अधिकारियों का नाम लेकर दो युवकों को धमकाने और परेशान करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आगे की जांच जारी है," विश्वचंद ठाकुर ने कहा.
इस बीच, छात्रों पर हमले की भाजपा ने व्यापक आलोचना की है, जिसने ममता बनर्जी शासित राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है.
पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "बंगाल में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए रेड कार्पेट और बिहार में परीक्षा देने वाले बच्चे की पिटाई? क्या ये बच्चे भारत का हिस्सा नहीं हैं? क्या ममता सरकार ने केवल बलात्कारियों को बचाने का ठेका ले रखा है?"
इस घटना पर विपक्ष की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों पर क्रूर हमले की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. उस राज्य के मुख्यमंत्री ने एक बार फिर बिहारियों का अपमान किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. मैं ममता बनर्जी जी से पूछना चाहता हूं कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना अपराध है? क्या विपक्षी दल के नेता अब भी चुप रहेंगे?" लोजपा सुप्रीमो ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मामले की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ "कानूनी कार्रवाई" की मांग की. पासवान ने एक्स पर लिखा, "मैं बिहार के विपक्ष के नेता से पूछना चाहता हूं कि अब आप किस आधार पर तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे. मैं माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी से अनुरोध करता हूं कि वे इस मामले की गहन जांच कराएं और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें."