आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया जेएमआई के हॉल ऑफ गर्ल्स रेजिडेंस ने छात्रावास में विविधता में एकता और संस्कृतियों के संगम को प्रदर्शित करने के लिए अपने वार्षिक समारोह में ‘सांझी विरासत‘ का आयोजन किया. समारोह का योजना छात्रावास में रहने वाली छात्राओं ने और छात्रावास प्रशासन द्वारा किया. इस दौरान छात्रावास की उपलब्धियां भी बताई गईं.
जामिया के कार्यवाहक कुलपति प्रो इकबाल हुसैन मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में उपस्थित थे. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने हॉल ऑफ गर्ल्स रेजिडेंस और इसके संविधान के ऐतिहासिक महत्व पर चर्चा की. उन्होंने उन नायकों के महत्वपूर्ण योगदान पर अत्यधिक प्रकाश डाला जिनके नाम पर छात्रावासों के नाम रखे गए हैं और किस प्रकार वे मंच प्रदान करते हैं और अगली पीढ़ी को उनके नक्शेकदम पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं. उन्होंने विकासशील भारत में शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के महत्व को रेखांकित किया.
इस कार्यक्रम की सम्मानित अतिथि फरहीन जाहिद, आईएएस थीं. उन्होने छात्रावास में रहने वाले छात्रों को अनेक सलाह दिए जिसकी सराहना की गई. इसके अतिरित्क जामिया के कई अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति जैसे कि कुलसचिव एम. हदीस लारी, वित्त कार्यालय के प्रभारी प्रोफेसर, प्रो अमीरुल हसन अंसारी, मुख्य कुलानुशासक , मुख्य पुस्तकालय अध्यक्ष , गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल के प्रोवोस्ट इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे .
भारत की बहुमुखी सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली समृद्ध प्रस्तुतियाँ इस वार्षिक समारोह में देखी गईं। छात्रों ने कविता पाठ, गायन, ग़ज़ल, प्रतिभा अभिव्यक्ति, नृत्य प्रदर्शन आदि में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.
शाम की शुरुआत हॉल ऑफ गर्ल्स रेजिडेंस कि प्रोवोस्ट प्रो अरविंदर ए. अंसारी, उप - प्रोवोस्ट डॉ. मीना उस्मानी और वार्डन की टीम द्वारा मेहमानों के अभिनंदन के साथ हुई. पूरे वर्ष आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत को पहचानते हुए सम्मानित किया गया.
इसके अतिरिक्त हॉल ऑफ गर्ल्स रेजिडेंस छात्रावास की वार्षिक पत्रिका "सांझी विरासत" का लोकार्पण जामिया के कुलपति द्वारा किया गया. देश के युवाओं हेतु देश की समृद्ध विरासत का अनुभव करना ततजा उसकी सराहना करना और उसके प्रति सम्मान विकसित करना बहुत प्रासंगिक है. "सांझी विरासत" पत्रिका ने एकता की इसी भावना को प्रदर्शित किया.
उप प्रोवोस्ट, डॉ. मीना उस्मानी ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी गणमान्य व्यक्तियों, आयोजकों, प्रतिभागियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की .रात्रिभोज के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ और छात्रों को उनकी सफलता की यात्रा में और मील के पत्थर स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया.