MANUU में राष्ट्रीय संगोष्ठी 'इतिहासलेखन और मुस्लिम इतिहासकार' समाप्त

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 09-10-2024
MANUU में राष्ट्रीय संगोष्ठी 'इतिहासलेखन और मुस्लिम इतिहासकार' समाप्त
MANUU में राष्ट्रीय संगोष्ठी 'इतिहासलेखन और मुस्लिम इतिहासकार' समाप्त

 

आवाज द वाॅयस / हैदराबाद

दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी "इतिहासलेखन और मुस्लिम इतिहासकार: एक भारतीय परिप्रेक्ष्य" का समापन शानदार तरीके से हुआ, जिसमें भारत में मुस्लिम इतिहासकारों के इतिहासलेखन पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और सार्थक अकादमिक चर्चा की गई.संगोष्ठी का आयोजन मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) के इस्लामिक अध्ययन विभाग और इस्लामिक फ़िक़ह अकादमी, भारत द्वारा संयुक्त रूप से किया गया.

MANUU के रजिस्ट्रार प्रो. इश्तियाक अहमद ने समापन सत्र की अध्यक्षता की.MANUU के इतिहास विभाग के मानद प्रोफेसर प्रो. दीपक कुमार और जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली के इतिहास और संस्कृति विभाग के प्रो. निशात मंज़र मुख्य अतिथि थे.MANUU के CUCS के मानद प्रोफेसर प्रो. एस. एम. अज़ीज़ुद्दीन हुसैन ने समापन भाषण दिया.

इस्लामिक अध्ययन विभाग के प्रमुख प्रो. मोहम्मद हबीब ने अतिथियों का स्वागत किया.सेमिनार के संयोजक डॉ. आतिफ इमरान (संकाय सदस्य) ने सेमिनार की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की.प्रो. मोहम्मद फहीम अख्तर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया.डॉ. मुहम्मद सिराजुद्दीन (सहायक प्रोफेसर) और सेमिनार के संयोजक ने कार्यक्रम का संचालन किया.

सहायक प्रोफेसर - डॉ. मोहम्मद इरफान अहमद और जीशान सारा के साथ इस्लामिक फिकह अकादमी इंडिया के अनीस असलम ने दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया.सेमिनार के दौरान आयोजित सात सत्रों में ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में चयनित 60 शोधपत्र प्रस्तुत किए गए.सेमिनार में देश भर से बड़ी संख्या में इस्लामिक अध्ययन और इतिहास के विशेषज्ञ, शिक्षक और शोधार्थी शामिल हुए.