मोहम्मद अकरम / नई दिल्ली
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया प्रखंड के तहत आने वाले हुसैनी पंचायत के वार्ड संख्या 12 निवासी अफजल अली ने लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 574वां रैंक लाकर पूरे पूर्वी चंपारण जिले का नाम रौशन किया है. उन्हें ये कामयाबी तीसरी कोशिश में हासिल हुई है. उनकी मां शाहनाज नूरी आंगनवाड़ी सेविका हैं और पिता अमजद अली सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं.
उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया की कोचिंग से प्रशिक्षण प्राप्त किया है.मंगलवार को जैसे ही यूपीएससी रिजल्ट का ऐलान हुआ कि अफजल अली के घर खुशी का माहौल हो गया, इसकी जानकारी लोगों को हुई तो बधाई देने अफजल के घर शुभचिंतकों का तांता लग गया.अफजल के पिता अमजद अली ने बताया कि अफजल अली साल 2021 से ही तैयारियों में जुटे हुए थे. अफजल को तीसरे प्रयास में सफलता मिली है.
इसी दिन का हमें इंतजार था : पिता
बेटे कि कामयाबी पर पिता अमजद अली ने कहा “खुशी के कारण मेरे पास शब्द नहीं है, इसी दिन का हमें इंतजार था जो हमें मिला है, हमारा अंतिम लक्ष्य पूरा हो गया है, जो हर बाप की ख्वाहिश होती है”
सैनिक स्कूल से शुरुआती शिक्षा हासिल की
अफजल के पिता ने बताया कि अफजल अपने भाइयों में अकेला है. उनकी तीन बहनें हैं. अफ़ज़ल गांव के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने के बाद, उन्होंने सैनिक स्कूल की ओर रुख किया. वर्ष 2015 में सैनिक स्कूल, नालंदा से 95 प्रतिशत अंकों के साथ 10 वीं बोर्ड उत्तीर्ण की. साल 2017 में उन्होंने 69 प्रतिशत अंकों के साथ 12 वीं कक्षा पास की. 2021 में भूगोल में 75प्रतिशत अंकों के साथ बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
अफजल अली ने बताया कि ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद साल 2021 से यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.
दो बार असफलता का सामना
अफजल ने कहा कि उन्हें लगातार दो प्रयासों में असफलता का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पूरे उत्साह के साथ तैयारी जारी रखी. जामिया कोचिंग ने मेरी कमियों की निशानदेही की, जिस पर मैंने ध्यान दिया. आज तीसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिली और वह आईपीएस बनकर अपना नाम रोशन करेंगे.
WATCH:-