हैदराबाद
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) में 3 से 6 फरवरी, 2025 तक हैकथॉन 2025 का आयोजन होने जा रहा है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को डेटा विज्ञान (Data Science) के क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है, जो चौथी औद्योगिक क्रांति (4IR) की नई तकनीकों और बढ़ते डेटा-आधारित शोध आवश्यकताओं के मद्देनजर बेहद प्रासंगिक है.
डाटा साइंस कौशल की बढ़ती मांग
चौथी औद्योगिक क्रांति ने तकनीकी दुनिया में भारी बदलाव किए हैं, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में डेटा का उपयोग तेजी से बढ़ा है. सामाजिक और प्राकृतिक विज्ञान जैसे क्षेत्रों में डेटा की आवश्यकता ने व्यावहारिक डेटा विज्ञान कौशल को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है. इसके जवाब में Hack4dev नामक इस हैकथॉन का आयोजन किया जा रहा है, जो प्रतिभागियों को तेज़ गति वाले वातावरण में वास्तविक शोध परियोजनाओं पर काम करने का अवसर देगा.
कार्यक्रम का संचालन और चयन प्रक्रिया
कार्यक्रम की संयोजक डॉ. प्रिया हसन ने बताया कि इस हैकथॉन में राष्ट्रीय स्तर से 30 छात्रों का चयन किया जाएगा. पायथन प्रोग्रामिंग में मजबूत कौशल रखने वाले छात्र Hack4dev की आधिकारिक वेबसाइट (https://hack4dev.org/) पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
सहयोगी संस्थान
इस हैकथॉन का आयोजन Hack4dev और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग से किया जा रहा है, जिनमें शामिल हैं:इंटर-यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट फॉर डेटा इंटेंसिव एस्ट्रोनॉमी (IDIA)इलिफू,दारा (रेडियो एस्ट्रोनॉमी के साथ अफ्रीका में विकास),बिग डेटा प्रोजेक्ट,द ऑफिस ऑफ एस्ट्रोनॉमी फॉर डेवलपमेंट (OAD), दक्षिण अफ्रीका
प्रमुख योगदानकर्ता और चयन
इस कार्यक्रम के लिए इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन ऑफिस ऑफ एस्ट्रोनॉमी फॉर डेवलपमेंट (OAD), दक्षिण अफ्रीका ने प्रोफेसर एस.एन. हसन, डॉ. प्रिया हसन, अलाप हसन, कोमैल मुर्तजा और रुखिया असलम को चुना है.
MANUU का यह हैकथॉन डेटा विज्ञान के क्षेत्र में व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह कार्यक्रम चौथी औद्योगिक क्रांति की चुनौतियों और अवसरों को संबोधित करते हुए छात्रों को नई तकनीकों और शोध अनुभवों से परिचित कराने का एक बेहतरीन मंच प्रदान करेगा.