जामिया के बेगम हजरत महल हॉस्टल में महिला सशक्तिकरण और समानता की भावना का जश्न

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 19-03-2025
जामिया के बेगम हजरत महल हॉस्टल में महिला सशक्तिकरण और समानता की भावना का जश्न
जामिया के बेगम हजरत महल हॉस्टल में महिला सशक्तिकरण और समानता की भावना का जश्न

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) के बेगम हजरत महल गर्ल्स हॉस्टल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन बड़े धूमधाम और सक्रिय भागीदारी के साथ किया. इस आयोजन का मार्गदर्शन हॉस्टल प्रोवोस्ट, प्रो. नीलोफर अफजल ने किया, और यह कार्यक्रम महिलाओं के समाज में योगदान को सम्मानित करने, लैंगिक समानता, और महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था.

महिला दिवस 2025 की थीम, "सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए: अधिकार। समानता. सशक्तिकरण," पर आधारित इस समारोह ने छात्रों को समावेशिता, समान अवसरों और सशक्तिकरण के महत्व पर विचार करने के लिए प्रेरित किया.

महिला दिवस की थीम पर जोर

महिला दिवस के अवसर पर बेगम हजरत महल गर्ल्स हॉस्टल ने इस साल की थीम "सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए: अधिकार. समानता. सशक्तिकरण" को केंद्र में रखते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया. यह थीम महिलाओं के अधिकारों, समानता और उनके सशक्तिकरण के लिए वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण संदेश देती है. यह छात्राओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती है.

रचनात्मक गतिविधियाँ और प्रतियोगिताएँ

इस विशेष अवसर पर कई रचनात्मक गतिविधियाँ और प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं, जिनमें छात्रों को महिलाओं के अधिकारों, नेतृत्व और सामाजिक प्रगति पर अपने विचार व्यक्त करने का मौका मिला. पोस्टर-मेकिंग और निबंध-लेखन प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने कलात्मक रचनात्मकता और विचारोत्तेजक अंतर्दृष्टि का प्रदर्शन किया, जो लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण पर उनकी गहरी समझ को उजागर करती थीं.

इन प्रतियोगिताओं ने छात्रों को महिलाओं के अधिकारों और उनकी भूमिका को समाज में महत्वपूर्ण रूप से प्रदर्शित करने का मंच प्रदान किया.

मेहंदी प्रतियोगिता – सांस्कृतिक और पारंपरिक कला का सम्मान

इसके अतिरिक्त, एक मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्राओं ने सुंदर और जटिल मेहंदी डिजाइनों के जरिए सुंदरता, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक प्रस्तुत किया. इस प्रतियोगिता ने न केवल पारंपरिक शारीरिक कला का सम्मान किया, बल्कि छात्रों को अपनी कला के माध्यम से सांस्कृतिक पहचान को प्रदर्शित करने का एक बेहतरीन अवसर भी प्रदान किया.

यह गतिविधि छात्रों के बीच रचनात्मकता को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति सम्मान पैदा करने का एक अनूठा तरीका बन गई.

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निर्णायकों द्वारा मूल्यांकन

प्रतियोगिताओं का निर्णय वार्डन श्रीमती फराह जमाल अंसारी, डॉ. हिना आफरीन, और डॉ. इरम के निर्णायक पैनल द्वारा किया गया. निर्णायकों ने प्रतिभागियों के रचनात्मकता, मौलिकता और महिला दिवस की थीम के साथ उनके काम के संरेखण का आकलन किया.

सभी प्रतियोगिताओं का उद्देश्य छात्रों को महिला अधिकारों, समानता, और सशक्तिकरण के महत्व को समझने और इसे समाज में फैलाने के लिए प्रेरित करना था.

विजेताओं की घोषणा और समापन

समारोह का समापन विजेताओं की घोषणा के साथ हुआ। विजेताओं को उनके उत्कृष्ट प्रयासों के लिए पुरस्कार और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए. साथ ही, अन्य सभी प्रतिभागियों की सराहना की गई और उनके प्रयासों को मान्यता दी गई.

इस कार्यक्रम ने उत्साह, रचनात्मकता और सशक्तिकरण की एक मजबूत भावना को बढ़ावा दिया, जिससे यह एक यादगार अवसर बन गया. कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के लिए समान अधिकारों, अवसरों और सशक्तिकरण की आवश्यकता पर जोर देना था.

महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता

बेगम हजरत महल गर्ल्स हॉस्टल ऐसे और कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रतिबद्ध है, जो छात्रों को महिला सशक्तिकरण, समानता और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें. हॉस्टल का उद्देश्य छात्राओं को समाज में महिलाओं की भूमिका को समझने और सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रेरित करना है. इन कार्यक्रमों के माध्यम से, छात्राओं में नेतृत्व क्षमता, रचनात्मकता और समानता के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा दिया जाता है.

बेगम हजरत महल गर्ल्स हॉस्टल द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं के अधिकारों और समानता पर ध्यान केंद्रित करने वाला था, बल्कि यह रचनात्मकता, संस्कृति और सशक्तिकरण की भावना से भी परिपूर्ण था.

इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि जब महिलाएं और लड़कियाँ अपने अधिकारों के लिए एकजुट होती हैं, तो समाज में बदलाव लाना संभव होता है. इस तरह के कार्यक्रम महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने, समानता और अवसर प्रदान करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं.