India Semiconductor Mission 2024: Youth power is the foundation of India's semiconductor mission
ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
हाल ही में आयोजित ग्रेटर नोएडा में SEMICON India 2024 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम एक ऐसी दुनिया बनाना चाहते हैं, जो संकट के समय में भी रुके नहीं, ठहरे नहीं, निरंतर चलती रहे. इस दौरान उन्होंने भारत को सेमीकंडक्टर पावरहाउस बनाने की बात कही. उन्होंने संतोष जताया कि भारत इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. गौरतलब है कि इस खास इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन में भारत के युवाओं की अहम भूमिका है.
इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के भीतर एक विशेष और स्वतंत्र बिजनेस डिवीजन है जिसका उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और डिजाइन के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में भारत के उद्भव को सक्षम करने के लिए एक जीवंत सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम का निर्माण करना है.
सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम के वैश्विक विशेषज्ञों के नेतृत्व में इस मिशन का उद्देश्य सरकारी मंत्रालयों / विभागों / एजेंसियों के परामर्श से सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम के विकास के लिए कार्यक्रम की व्यापक, सुसंगत, कुशल, उद्योग, और शिक्षा और सुचारू तैनाती के लिए केंद्र बिंदु के रूप में कार्य करना है.
भारत सेमीकंडक्टर मिशन टीम
अजय कुमार अग्रवाल
प्रबंधक (प्रौद्योगिकी)
आकाश त्रिपाठी
मुख्य कार्यकारी अधिकारी
अक्षय कुमार शर्मा
सहयोगी (प्रौद्योगिकी)
निशित गुप्ता
निदेशक, प्रौद्योगिकी
कल्याणी तिड़के
सहयोगी (नीति एवं रणनीति)
चंदन कुमार
प्रबंधक, वित्त
पीयूष प्रिय
सहयोगी - सूचना एवं प्रौद्योगिकी
रीतिका वाधवा
प्रबंधक, कानूनी
रोहित गुप्ता
कार्यकारी सहायक
एस.के.मरवाहा
मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी
सागर शर्मा
चीफ ऑफ स्टाफ
संजीत चौधरी
निदेशक, वित्त
सुरिंदर सिंह
सलाहकार (प्रौद्योगिकी)
रूबीना
प्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन)
पंकज पांडे
सहयोगी (नीति एवं रणनीति)
शोभित कुमार सोनी
प्रबंधक (रणनीति)
सचिन कुमार
सहयोगी (प्रौद्योगिकी) अनुभा माथुर निदेशक वित्त अरविंद रिवालिया सीईओ आईएसएम के पीए
भारत सेमीकंडक्टर मिशन का दृष्टिकोण
भारत सेमीकंडक्टर मिशन का दृष्टिकोण एक जीवंत सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले डिज़ाइन और इनोवेशन इकोसिस्टम का निर्माण करना है ताकि भारत को विभिन्न तंत्रों के माध्यम से अधिक संरचित, केंद्रित और व्यापक तरीके से इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और डिजाइन के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने में सक्षम बनाया जा सके.