हैदराबाद
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) के कुलपति, पद्मश्री नामित प्रो. सैयद ऐनुल हसन ने आज MANUU में "भारत में अंग्रेजी भाषा शिक्षा का इतिहास: अंतर्क्रिया और कार्यान्वयन" विषय पर तीसरे HELE सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान कहा,"वैश्विक परिप्रेक्ष्य और बहुभाषी शिक्षा को अपनाएँ".
प्रो. ऐनुल हसन ने अध्यक्षीय भाषण दिया, जिसमें वैश्विक परिप्रेक्ष्य अपनाने और बहुभाषी शिक्षा मॉडल का उपयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया. मुख्य अतिथि, प्रो. वी. वी. एन. राजेंद्र प्रसाद ने समकालीन शिक्षाशास्त्र की चुनौतियों पर विचार किया.
अंग्रेजी विभाग के प्रमुख प्रो. नागेंद्र कोट्टाचेरुवु ने उद्घाटन सत्र में स्वागत भाषण दिया. एचईएलई सोसाइटी की अध्यक्ष प्रो. पिंगली सैलजा ने सम्मेलन के उद्देश्यों को रेखांकित किया, जबकि एमएएनयूयू के रजिस्ट्रार प्रो. इश्तियाक अहमद ने अंग्रेजी भाषा के वैश्विक प्रभाव पर चर्चा की.
सत्र का समापन राहत फिरोज, शोध विद्वान द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.समीना तबस्सुम, सहायक प्रोफेसर और सम्मेलन समन्वयक ने कार्यक्रम का संचालन किया.
सम्मेलन के पहले दिन प्रो. सलमा अहमद फारूकी और प्रो. इम्तियाज हसनैन द्वारा दो पूर्ण वार्ताएँ की गईं. चौबीस विद्वानों और शोधकर्ताओं ने अपने व्यावहारिक शोधपत्र प्रस्तुत किए, जिससे एक समृद्ध अकादमिक चर्चा में योगदान मिला.
अंग्रेजी भाषा शिक्षा के इतिहास में अध्ययन के लिए सोसायटी के सहयोग से अंग्रेजी विभाग, एमएएनयूयू द्वारा आयोजित सम्मेलन 30.01.2025 को समाप्त होगा.