मोहम्मद अकरम / नई दिल्ली
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12 वीं में 99.2 प्रतिशत अंक लाने वाली दिल्ली की अक्सा तनवीर अब आईएएस बनने का सपना देख रही हैं. अक्सा की कामयाबी में उनकी मां का अहम किरदार रहा है. अब उनकी प्रेरणा से वह अभी से यूपीएससी में बैठने की तैयारियों में लगने वाली हैं.
अक्सा तनवरी कहती हैं, -अभी से लगी तो स्नातक तक उनकी तैयारी बहुत हद तक मुकम्मल हो जाएगी, ऐसा उन्हें उम्मीद है.दिल्ली के ओखला स्थित ओखला बिहार की रहने वाली अक्सा तनवीर देव समाज मॉडर्न स्कूल-2ओखला की छात्रा हैं.
उन्होंने 12वीं के आर्ट्स संकाय में 99.2प्रतिशत अंक लाकर कामयाबी के झंडे गाड़े हैं. उन्हें अंग्रेजी में 99, इतिहास में 98, पॉलिटिकल साइंस में 100, भूगोल में 100 और पेंटिंग में 99 नंबर मिले हैं.अक्सा तनवरी सामान्य परिवार से आती है. उनके पिता कारोबारी हैं. तीन भाई-बहन में वह सबसे बड़ी हैं. बाकी भाई-बहन भी पढ़ाई कर रहे हैं. बोर्ड इम्तीहान के समय यूट्यूब से भी पढ़ाई में मदद ली थी.
पसंद का लिया विषय
अक्सा तनवीर आवाज द वॉयस से बातचीत में कहती हैं, ‘‘ चूंकि उनका ऐम यूपीएससी करना है, इसलिए उन्होंने आर्ट्स सब्जेक्ट चुना. यही नहीं कला संकाय में भी सारे उनके पसंद के सब्जेक्ट हैं. वह कहती हैं उन्हें इन विषयों में दिलचस्पी है.
उन्होंने बताया कि 10वीं क्लास में उन्हें 87प्रतिशत नंबर आए थे. तब मुझसे कहा गया कि साइंस ले लूं, लेकिन मैं अपनी दिलचस्पी के खिलाफ नहीं गई. मां सहारा बनीं. उन्हांेने हौसला बढ़ाया कि जो पसंद है, वही पढूं. आज खुशी और अल्लाह का करम है कि उनका रिजल्ट बेहतर हुआ है.
मां हैं प्रेरणा
पिता कारोबार में व्यस्त होने के कारण मां सबा तनवीर ही अपने बच्चों का गाइड करती हैं. अक्सा तनवीर ने बताया कि उनकी इस कामयाबी में बाकी परिवार वालों का साथ तो रहा ही, पर मां हमेशा उनके साथ गाइड बनकर खड़ी रहीं. कदम-कदम पर प्रेरणा बनी रहीं हैं. पढ़ाई ही हर जरूरत को पूरा किया.
उनकी मां सबा तनवीर ने खुशी का इजहार करते हुए कहा, ‘‘ यह हमारे परिवार के लिए बहुत बड़ी खुशी है. बेटी ने घर पर रह कर तैयारी की है और अच्छे नंबरों से कामयाब हुई. आगे का रास्ता भी इंशाल्लाह आसान होगा.
मोबाइल का सही उपयोग
अक्सा परवीन ने बताया, ‘‘स्कूल से आने के बाद यूट्यूब और गूगल से मुझे बहुत मदद मिली. इस कारण मैंने कोई क्लास ज्वाइन नहीं किया. बगैर कोचिंग की परीक्षा की तैयारी की. अपने मोबाइल का इस्तेमाल केवल पढ़ाई के लिए किया.अक्सा की अम्मी कहती हैं, आज के वक्त जिस तरह बच्चे ज्यादातर वक्त नकारात्मक चीजों के लिए मोबाइल पर गुजरता है अगर वह सही काम के लिए इस्तेमाल करें तो बहुत फायदेमंद है.
भारत में डाइवर्स पॉलिटिक्स
आपने पॉलिटिक्स की किताब को पढ़ा है. सबसे अच्छी पॉलिटिक्स किस देश की है. इसके जवाब में अक्सा कहती हैं कि इंडिया की पॉलिटिक्स ही मुझे सबसे अच्छी लगती है. इतनी डाइवर्स पॉलिटिक्स आपको कहीं की नहीं मिलेगी. यहां कम्युनिस्ट, दलित राइट्स पॉलिटिक्स, राष्ट्रीय पार्टियों से लेकर क्षेत्रीय पॉलिटिक्स होती है.
तैयारी कैसे की ?
इस पर अक्सा कहती हैं कि प्रतिदिन कुछ घंटे जरुर पढ़ंे, जो विषय है उस पर फोकस करें. अगर रोज अच्छे से मेहनत करेंगे, अच्छे से पढ़ाई करेंगे तो कामयाबी जरूर मिलेगी.