A girl student of Haryana involved in the port card campaign regarding the university
यूनुस अल्वी / नूंह (मेवात / हरियाणा)
हिंसा के कारण हाल में सुर्खियों में आए मेवात क्षेत्र के नूंह जिले में विश्वविद्यालय स्थापित करने की मांग फिर जोर पकड़ने लगी है. इस अभियान को चला रहे हैं ‘न्यू यॉर्क टाइम्स’ द्वारा ‘पाॅवर फुल एक्टिविस्ट’ की संज्ञा देने वाले सुनील जागलान. उन्होंने मेवात में विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर पोस्टकार्ड अभियान फिर शुरू किया है.
सुनील जागलान ने कहा,‘‘शिक्षा होगी तभी लोगों में जागरूकता आएगी और नागरिक किसी बहकावे में न आकर देश की तरक्की में अपना योगदान देंगे.’’ हरियाणा में मेवात क्षेत्र की करीबन 16 लाख की आबादी में एक भी विश्वविद्यालय नहीं है. माना जा रहा है कि इस क्षेत्र के पिछड़ेपन की सबसे बड़ी वजहों में एक यह भी है. स्थिति यह है कि क्षेत्र में उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं होने से यहां 3 प्रतिशत भी लड़कियां पोस्ट ग्रेजुएट नहीं हैं.
नूंह हिंसा और यहां लगे कर्फ्यू के चलते पोस्टकार्ड अभियान थम गया था. इस अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्टकार्ड लिखकर भेजे जाते हैं कि मेवात क्षेत्र में यूनिवर्सिटी स्थापित की जाए.सामाजिक कार्यकर्ता सुनील जागलान ने इस दौरान देश भर की लड़कियों से भी अपील की है कि नूंह में विश्वविद्यालय स्थापित करने की मांग का समर्थन करने के लिए पीएम मोदी को पोस्ट काॅर्ड लिखें.
एक पोस्टकार्ड में हिसार से सुप्रिया ने लिखा- पीएम को लिखा है कि हरियाणा के नूंह जिले की लड़कियां पोस्ट ग्रेजुएशन व अन्य कोर्स नहीं कर पा रही, इसलिए वहां विश्वविद्यालय स्थापित करना जरूरी है. एक अन्य पोस्ट कार्ड में मेरठ की अमानिया ने लिखा है, सुनील जागलान द्वारा नूंह में विश्वविद्यालय खोलने के अभियान की शुरुआत का हम पूरी तरह समर्थन करते है.
नागपुर की सारा हाशमी ने लिखा है, सेल्फी विद डॉटर की मुहिम में हमारे यहां से तकरीबन 500 पोस्टकार्ड प्रधानमंत्री को भेजे गए थे. हिसार के कंवारी गांव की निशा ने कहा कि हमने समय निकालकर यह पोस्टकार्ड लिखकर पोस्ट करने दूसरे गांव आए ताकि अभियान की आवाज प्रधानमंत्री तक पहुंचे और नूंह विश्वविद्यालय खोलने की व्यवस्था की जाए.
गौरतलब है कि सुनील जागलान द्वारा जुलाई में पोस्टकार्ड कैंपेन के माध्यम से मेवात में विश्वविद्यालय स्थापित करने का अभियान शुरू किया गया है. उनके अनुसार, इस अभियान के तहत 10,000 पोस्टकार्ड प्रधानमंत्री को लिखे जाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 2000 से ज्यादा पोस्टकार्ड पोस्ट किए जा चुके हैं.
नूंह में हिंसा के चलते यह अभियान रोक दिया गया था, पर स्थिति सामान्य होने पर अभियान फिर शुरू कर दिया गया है.उन्होंने लोगों से इस सकारात्मक पहल का हिस्सा बनने की अपील की है.सुनील जागलान पिछले कई सालों से लड़कियों की शादी की उम्र 21 वर्ष करने, पीरियड लीव एवं लड़कियों के स्कूल अपग्रेड करवाने के लिए पोस्टकार्ड अभियान चलाते रहे हैं जिसमें उनको लगातार सफलता मिली रही है.
हाल में न्यूयार्क टाइम्स ने उन्हें पहले पेज पर प्रमुखता से उनके प्रयासों की सफलता की कहानी छापी थी. साथ ही रिपोर्ट में भारत के सबसे प्रभावशाली महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाला एक्टिविस्ट बताया था.