उइगर मुस्लिमों का यारकंद नरसंहार, जर्मनी में मनाई गई 10वीं वर्षगांठ

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 27-07-2024
Yarkand massacre of Uighur Muslims, 10th anniversary observed in Germany
Yarkand massacre of Uighur Muslims, 10th anniversary observed in Germany

 

म्यूनिख. विश्व उइगर कांग्रेस (डब्ल्यूयूसी) ने यारकंद नरसंहार की 10वीं वर्षगांठ मनाई. यह एक दुखद घटना थी, जिसमें चीनी सुरक्षा बलों ने एक बड़े शांतिपूर्ण विरोध को दबा दिया था, जिसमें कई उइगर लोग मारे गए थे. इस साल यारकंद नरसंहार की दसवीं वर्षगांठ है. डब्ल्यूयूसी सदस्यों ने नरसंहार के पीड़ितों को याद किया और न्याय और पारदर्शिता के लिए निरंतर संघर्ष पर प्रकाश डाला.

डब्ल्यूयूसी के अध्यक्ष डॉल्कुन ईसा ने कार्यक्रम में कहा, ‘‘दस साल बाद भी जमीनी स्तर पर स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. पिछले कुछ सालों में यह काफी खराब हो गई है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यारकंद नरसंहार जुलाई 2009 में उरुमची नरसंहार के बाद सबसे घातक घटना है.’’

यारकंद में विरोध प्रदर्शन चीनी सरकार द्वारा बश्केंट टाउनशिप में की गई कार्रवाई के जवाब में शुरू हुआ, जहाँ घर-घर की तलाशी के दौरान पाँच लोगों के एक उइगर परिवार की न्यायेतर हत्या कर दी गई थी. इससे कई उइगर भागकर पास के एलीशकू टाउनशिप चले गए, जहाँ उन्होंने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया.

चीनी सरकारी मीडिया ने इस घटना को ‘झिंजियांग में एक पुलिस स्टेशन पर पूर्व नियोजित आतंकवादी हमला’ करार दिया. उल्लेखनीय रूप से, 28 जुलाई को हुए हमले के बावजूद, सरकारी मीडिया ने कोई भी आधिकारिक रिपोर्ट जारी करने में पूरा दिन लगा दिया.

उइगर समूहों ने दावों को खारिज कर दिया, और कहा कि निवासी ‘चीनी सुरक्षा बलों द्वारा हाल के हफ्तों में रमजान के दौरान की गई कठोर कार्रवाई और घातक बल के न्यायेतर उपयोग’ के खिलाफ विरोध कर रहे थे.

चीनी सरकार के आंकड़ों के अनुसार, पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प में 59 उइगरों सहित 96 नागरिक मारे गए. लेकिन, उइगर स्रोतों का अनुमान है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान और उसके बाद 3,000 उइगर मारे गए होंगे. आज तक, पारदर्शिता और न्यायिक जवाबदेही की कमी के कारण गिरफ्तार, मारे गए और गायब हुए लोगों की पूरी संख्या अस्पष्ट बनी हुई है.

यारकंद नरसंहार की 10वीं वर्षगांठ पर, डब्ल्यूयूसी ने पीड़ितों के सम्मान में अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता का आह्वान किया है. विश्व उइगर कांग्रेस ने चीनी सरकार से लापता और मृतकों के ठिकाने और भाग्य का तुरंत और पारदर्शी तरीके से उनके परिवार के सदस्यों और व्यापक उइगर समुदाय के सामने खुलासा करने की अपनी मांग को फिर से दोहराया है.

 

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