इस्लामाबाद. पाकिस्तान में व्यापारी संघ ईद-उल-फितर के बाद बढ़ती महंगाई और बिगड़ती आर्थिक स्थिति के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू करेगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मरकजी तंजीम ताजरान के अध्यक्ष मुहम्मद काशिफ चौधरी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अगर मुद्दों का समाधान नहीं हुआ तो पूरे पाकिस्तान में व्यापारी प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने खेद व्यक्त किया कि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने के बावजूद लोगों को राहत नहीं दी. वहीं वह अपने गैर-विकास खर्चो को कम करने के लिए भी तैयार नहीं है.
सरकार की आलोचना करते हुए, चौधरी ने कहा कि अगर सरकार इन मुद्दों पर गंभीर और ईमानदार होती तो इनका समाधान किया जा सकता है. उन्होंने कहा, न तो राजनेता, मंत्री और न ही नौकरशाही अपने खचरें में कटौती करने को तैयार हैं और उन्हें हमेशा की तरह मुफ्त ईंधन और अन्य लाभ मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को गैर-विकास खर्चो में 50 फीसदी की कटौती की तुरंत घोषणा करनी चाहिए.
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, चौधरी ने सरकार से मुफ्त आटे के प्रावधान के नाम पर गरीब जनता के अपमान को रोकने के लिए भी कहा. उन्होंने कहा, गरीब महिलाओं, बुजुर्गो और बच्चों को घंटों कतार में खड़े होकर तड़प-तड़प कर मौत के घाट उतार दिया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि आटा संकट के लिए जिम्मेदार माफिया संसद में बैठे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार ने आटा मिलों के लिए गेहूं परमिट रद्द कर दिया, जिसके चलते जरुरी चीजों की कीमत में बढ़ोतरी हुई. चौधरी ने सरकार से अपने रमजान पैकेज की समीक्षा करने के लिए कहा ताकि राहत और मुफ्त आटे के नाम पर गरीब जनता को अपमानित न किया जाए.