आवाज द वाॅयस/नई दिल्ली/गाजा
इजरायल से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और गाजा में युद्धविराम के बाद फिलिस्तीनी क्षेत्रों में खुशी का माहौल है.हालांकि गाजा का अधिकांश हिस्सा तबाह हो चुका है, इसके बावजूद लोग अपने घरों और उन स्थानों का दौरा कर रहे हैं, जहाँ कभी उनका आशियाना हुआ करता था.इस बीच, इजरायल की जेलों से रिहा हुए कैदियों के स्वागत के लिए गाजा वासी उत्साह के साथ बाहर निकल आए हैं और एक-दूसरे के साथ सेल्फी लेकर खुशी का इज़हार कर रहे हैं.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल की जेल सेवा ने बताया कि इजरायल और हमास के बीच हुए एक विनिमय सौदे के तहत 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया है.इन कैदियों को लेकर बसें इजरायल की ओफर सैन्य जेल से रवाना हुईं.हालांकि, इस दौरान एक कैदी के पिता ने अल जजीरा को बताया कि जेल के बाहर इकट्ठा हुए फिलिस्तीनियों द्वारा खुशी जाहिर किए जाने पर इजरायली सेना ने हिंसक प्रतिक्रिया दी, जिससे माहौल में तनाव उत्पन्न हुआ.
20 जनवरी, 2025 को इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के रामल्लाह में बंधकों और कैदियों की अदला-बदली और गाजा में युद्धविराम समझौते के तहत इजरायली जेल से रिहा होने वाले एक फिलिस्तीनी कैदी की तस्वीरें भी सामने आईं.रिहाई की यह प्रक्रिया इजरायल और हमास के बीच हुए युद्धविराम समझौते का हिस्सा थी, जिसमें दोनों पक्षों ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस अवसर पर कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी के साथ अपनी बातचीत पर बयान जारी किया.अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर के अनुसार, ब्लिंकन ने कतर के प्रधानमंत्री के मध्यस्थता प्रयासों की सराहना की, जिससे गाजा में युद्धविराम हुआ,
बंधकों को वापस लाया जा सका और मानवीय सहायता का विस्तार किया जा सका.ब्लिंकन ने प्रधानमंत्री को उनके निरंतर प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और क्षेत्र में स्थायी शांति की ओर कदम बढ़ाने की शुभकामनाएं दीं.वहीं, एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा युद्धविराम समझौते के तहत फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली में 230 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को निर्वासित किया जाएगा, जिनकी सजा इजरायलियों को मारने वाले हमलों के लिए आजीवन कारावास की है.
इजरायल ने 734 कैदियों की सूची प्रकाशित की है, जिनमें से 737 कैदियों को युद्धविराम समझौते के पहले चरण में रिहा किया जाएगा.इसके अलावा, 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले के बाद से इजरायल की हिरासत में लिए गए 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया जाएगा.
इस समझौते के पहले चरण में 33 इजरायली बंधकों के बदले लगभग 1,900 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा.युद्धविराम समझौते के तहत जिन 230 से अधिक कैदियों को निर्वासित किया जाएगा, वे इजरायली नागरिकों के खिलाफ घातक हमलों में शामिल थे या उनका हिस्सा थे.
इसके अलावा, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि गाजा में इजरायल के युद्ध के 15 महीने से अधिक समय के बाद स्वास्थ्य प्रणाली को फिर से स्थापित करना एक जटिल और चुनौतीपूर्ण कार्य होगा.उन्होंने कहा कि गाजा में विनाश के पैमाने, परिचालन जटिलताएं और बाधाएं हैं, जो स्वास्थ्य सुविधाओं को फिर से स्थापित करने में कठिनाई पैदा करेंगी.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, युद्धविराम समझौते के पहले दिन जिन 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया, उनमें महिलाएं और बच्चे शामिल थे.इनमें खलीदा जर्रार का नाम भी शामिल है, जो कब्जे वाले वेस्ट बैंक में पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन (पीएफएलपी) की एक प्रमुख नेता हैं.जर्रार को इजरायल ने पहले भी "उकसाने" के आरोप में गिरफ्तार किया था, क्योंकि उन्होंने इजरायल के कब्जे के बारे में सार्वजनिक बयानों में विरोध व्यक्त किया था.
गाजा में लोग इस युद्धविराम के दौरान अपनी पहली रात इजरायली मिसाइल हमलों के डर से मुक्त होकर बिता रहे हैं.महमूद ने कहा कि नए दिन के साथ उम्मीद की किरण प्रकट हो सकती है कि यह नाजुक युद्धविराम एक स्थायी शांति में तब्दील हो सकता है.इसके साथ ही गाजा में इजरायल के विनाश से प्रभावित हुए जीवन को फिर से बसाने की बड़ी चुनौती भी सामने है.
The ceasefire in #Gaza and the start of the hostage and prisoner release process bring great hope for millions of people whose lives have been ravaged by the conflict.
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) January 19, 2025
It is a moment I have been calling and hoping for.
However, addressing the massive health needs and… pic.twitter.com/Lyfuyab9Sw
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, तेल अवीव में बंधक चौक पर हजारों इजरायली नागरिक इकट्ठा हुए, जहां उन्होंने गाजा युद्धविराम समझौते के तहत रिहा किए गए पहले तीन इजरायली बंधकों को देखकर खुशी जाहिर की.इन तीन महिलाओं को गाजा शहर में एक कार से उतारकर रेड क्रॉस अधिकारियों के हवाले किया गया था.
उन्हें हथियारबंद लोगों ने घेर रखा था, जो हरे रंग के हमास हेडबैंड पहने हुए थे.उनके परिवारों ने आंसुओं के साथ राहत की सांस ली.उन्होंने कहा कि वे बहुत घबराए हुए थे, लेकिन अब वे सुरक्षित और जीवित अपने परिवार से मिलेंगे.इस रिहाई के दौरान इजरायली सेना ने एक वीडियो साझा किया जिसमें बंधकों के परिवारों को एक सैन्य सुविधा में इकट्ठा होते हुए दिखाया गया, जो इस खुशखबरी के साथ खुशी से झूम रहे थे.