पाकिस्तान सरकार और बलूच प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत रही बेनतीजा

Story by  रावी | Published by  [email protected] | Date 25-12-2023
 Baloch protesters
Baloch protesters

 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान सरकार और बलूच प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत ‘गतिरोध’ पर पहुंच गई है, क्योंकि आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने बलूच लोगों के लापता होने के मुद्दे को उजागर करने वाले विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले सभी व्यक्तियों को रिहा नहीं किया है.

रविवार रात जारी एक आधिकारिक बयान का हवाला देते हुए बताया गया कि इस्लामाबाद कैपिटल पुलिस ने पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम अनवारुल हक काकर के आदेश के बाद पिछले तीन दिनों में 250 से अधिक लोगों को रिहा किया है. पुलिस प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि समिति के निर्देशों का पालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘न्यायिक प्रक्रियाओं से गुजर रहे 163 व्यक्तियों में से अधिकांश को उनके प्रियजनों और रिश्तेदारों के साथ फिर से जोड़ा गया है.’’

पुलिस ने जनता से गलत सूचना और प्रचार के प्रति सचेत रहने का आग्रह किया और वैध गतिविधियों का पालन करने पर जोर दिया, और सभी को याद दिलाया कि कानून सभी पर समान रूप से लागू होता है. इसमें कहा गया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुकार-15 या आईसीटी 15 मोबाइल ऐप के जरिए दी जानी चाहिए.

इस बीच, बलूचिस्तान यकजेहती कमेटी (बीवाईसी) मार्च के प्रतिभागियों ने इस्लामाबाद के नेशनल प्रेस क्लब के बाहर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मार्च के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई के लिए सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम जारी करने के बावजूद, चर्चा में कोई प्रगति नहीं हुई.

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि टीएलपी प्रमुख साद हुसैन रिजवी ने भी एकजुटता व्यक्त करते हुए रविवार को प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की. रिजवी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी पार्टी को कार्रवाई का सामना करना पड़ा है और वह प्रदर्शनकारियों की स्थिति के प्रति सहानुभूति रख सकती है. उन्होंने जबरन गायब किए जाने की कड़ी निंदा की और आरोपियों को अदालत में पेश करने की वकालत की.

 

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