Syrian army's operation against former government forces and drug smugglers continues
दमिश्क
सीरिया के अंतरिम रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सीरिया-लेबनानी सीमा पर पूर्व बशर अल-असद सरकार के बचे हुए बलों और ड्रग्स तस्करों के खिलाफ अभियान जारी है.
युद्ध पर नजर रखने वाली संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार,सेना ने गुरुवार को भारी हथियार और ड्रोन भी तैनाती किए हैं. यह कदम लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह और एक ड्रग कार्टेल से जुड़े लड़ाकों को खत्म करने के लिए उठाया गया है.
सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि सेना ने होम्स के मध्य प्रांत के हाविक गांव में आतंकवादियों के ठिकानों को तोपखाने से निशाना बनाया. इसके परिणामस्वरूप कथित तौर पर दोनों पक्षों के लड़ाके हताहत हुए और पकड़े गए.
ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि हमला कई सीमावर्ती गांवों और बीहड़ इलाकों तक फैला हुआ था, जिसके कारण कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई.
इस बीच होम्स प्रांत में मीडिया कार्यालय ने पुष्टि की कि सुरक्षा बलों ने अवैध हथियारों और तस्करी के मार्गों को बंद करने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया. इससे सीरियाई और लेबनानी स्थिरता दोनों के लिए खतरा पैदा करने वाली अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सकेगी.
कार्यालय के अनुसार, सीरियाई अधिकारियों ने अब तक तस्करी के संदिग्ध कई व्यक्तियों को हिरासत में लिया है. साथ ही हथियारों और तस्करी के भंडार को जब्त किया है.
8 दिसंबर, 2024 को, विद्रोही बलों के अभियान के कारण बशर अल-असद शासन गिर गई थी. इस अभियान शुरुआत 30 नवंबर को विद्रोहियों द्वारा अलेप्पो पर कब्जा करने से हुई थी.
सशस्त्र गठबंधन का नेतृत्व इस्लामिस्ट आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) और तुर्की समर्थित सीरियाई राष्ट्रीय सेना (एसएनए) ने किया.
राजधानी शहर दमिश्क के एचटीएस और संबद्ध बलों की एंट्री के बीच राष्ट्रपति असद मॉस्को भाग गए.