वाशिंगटन/प्राग/न्यूयॉर्क
अमेरिका द्वारा एक सिख अलगाववादी की हत्या की असफल भारतीय सरकार समर्थित साजिश में शामिल होने का संदेहास्पद भारतीय व्यक्ति ने मैनहट्टन में संघीय अदालत में सोमवार को भाड़े पर हत्या की साजिश के आरोपों में खुद को निर्दोष बताया.
निखिल गुप्ता पर अमेरिकी संघीय अभियोक्ताओं ने एक भारतीय सरकारी अधिकारी के साथ मिलकर गुरपतवंत सिंह पन्नुन की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. गुरपतवंत सिंह पन्नुन एक अमेरिकी निवासी थे, जिन्होंने उत्तरी भारत में एक संप्रभु सिख राज्य की वकालत की थी.
पिछले जून में, गुप्ता भारत से प्राग गए और उन्हें चेक अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया. पिछले महीने एक चेक अदालत ने अमेरिका भेजे जाने से बचने के लिए उनकी याचिका को खारिज कर दिया. चेक न्याय मंत्री पावेल ब्लेज़ेक ने कहा कि उन्हें शुक्रवार को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया.
मैनहट्टन में सोमवार को एक सुनवाई में, अमेरिकी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश जेम्स कॉट ने 52 वर्षीय गुप्ता को कम से कम 28 जून को उनके मामले में अगली कॉन्फ्रेंस तक हिरासत में रखने का आदेश दिया. अमेरिकी जेल ब्यूरो के रिकॉर्ड के अनुसार, गुप्ता को ब्रुकलिन में मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में रखा गया है.
गुप्ता के बचाव पक्ष के वकील जेफरी चैब्रो ने कहा कि निष्कर्ष पर जल्दबाजी नहीं करना महत्वपूर्ण है.सुनवाई के बाद चैब्रो ने संवाददाताओं से कहा,"यह हमारे दोनों देशों के लिए एक जटिल मामला है." "पृष्ठभूमि और विवरण विकसित होंगे जो सरकारी आरोपों को पूरी तरह से नए प्रकाश में ला सकते हैं."