SCO बैठक : पाकिस्तानी पीएम ने अफगानिस्तान में आतंकवादियों का अड्डा बनने का खतरा जताया, नहीं छेड़ा कश्मीर राग

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 16-10-2024
SCO meeting: Pakistani PM expressed the danger of Afghanistan becoming a base for terrorists, did not raise the Kashmir issue
SCO meeting: Pakistani PM expressed the danger of Afghanistan becoming a base for terrorists, did not raise the Kashmir issue

 

आवाज द वाॅयस / इस्लामाबाद

एससीओ सम्मेलन के दूसरे दिन अध्यक्षीय भाषण में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मियां शाहबाज शरीफ ने अफगानिस्तान में आतंकवादियों का अड्डा बनने का खतरा जताया. साथ ही संकल्प लिया कि उनका देश अफगानिस्तान में आतंकवादियों का अड्डा नहीं बनने देगा. उनके संबोधन में एक और उल्लेखनीय बात सामने आई. इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर उन्होंने कश्मीर का राग नहीं छेड़ा.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा है कि शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों की आबादी दुनिया की 40% है. सतत विकास के लिए क्षेत्रीय सहयोग और संबंधों का विकास बहुत महत्वपूर्ण है.आज की महत्वपूर्ण बैठक क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है.हमें अपने लोगों को बेहतर गुणवत्ता वाला जीवन और सुविधाएं प्रदान करनी हैं, जिसके लिए हमें उपलब्ध अवसरों का उपयोग करना होगा.

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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बुधवार को इस्लामाबाद-शंघाई सहयोग संगठन के 23वें शिखर सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें आर्थिक विकास, स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकर आगे बढ़ना होगा.हम वैश्विक परिदृश्य में परिवर्तन और विकास का सामना कर रहे हैं.वर्तमान स्थिति सामूहिक कार्रवाई की मांग करती है.हमें सामूहिक ज्ञान का उपयोग करके आगे बढ़ना होगा.आज पर्यटन लिंक, हरित विकास के क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है.

क्षेत्रीय सहयोग और आर्थिक विकास पर जोर

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शंघाई सहयोग संगठन के 23वें शिखर सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देते हुए कहा कि "मैं एससीओ बैठक में सभी प्रतिष्ठित अतिथियों का स्वागत करता हूं. मैं एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं का स्वागत करता हूं."उन्होंने कहा कि एससीओ देश दुनिया की 40फीसदी आबादी रखते हैं. आज की बैठक क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान कर रही है.

वह एससीओ बैठक में सार्थक बातचीत और नतीजों की उम्मीद कर रहे हैं. हमें अपने लोगों को बेहतर गुणवत्ता वाला जीवन और सुविधाएं प्रदान करनी होंगी.सभी देश मिलकर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को सुधार सकते हैं.शाहबाज शरीफ ने आगे कहा कि सतत विकास और सार्थक बातचीत के लिए क्षेत्रीय संबंधों और सहयोग को बढ़ावा देना आवश्यक है.इस बैठक के परिणामस्वरूप व्यावहारिक परिणाम प्राप्त होंगे.

सामूहिक रणनीति की जरूरत

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में मौजूदा वैश्विक हालात का जिक्र किया और कहा कि वैश्विक परिदृश्य में तेजी से बदलाव हो रहे हैं जिसके लिए सामूहिक कार्रवाई की जरूरत है. पाकिस्तान क्षेत्रीय विकास, स्थिरता और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी सदस्य देशों को भी इस दिशा में एक साझा रणनीति अपनाने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि एससीओ देशों को हरित विकास, पर्यटन संपर्क और व्यापार सहयोग बढ़ाने के लिए नई रणनीतियों पर विचार करना होगा.प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में परिवहन और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं का उल्लेख किया और कहा कि यह सहयोग क्षेत्र के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

अफ़ग़ानिस्तान का महत्व और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के ध्यान की आवश्यकता

अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में बात करते हुए शाहबाज शरीफ ने कहा कि अफगानिस्तान क्षेत्रीय विकास और स्थिरता के लिए एक महत्वपूर्ण देश है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान में मानवीय सहायता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए होने से रोका जाना चाहिए और पाकिस्तान एक शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध अफगानिस्तान चाहता है. यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अफगान धरती का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं किया जाए.

बेल्ट एंड रोड पहल और क्षेत्रीय स्थिरता

प्रधानमंत्री ने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के बारे में भी बात की.कहा कि यह परियोजना क्षेत्रीय विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस परियोजना के तहत आर्थिक गलियारे के दूसरे चरण में प्रवेश कर रहा है और साझा भविष्य के लिए आर्थिक स्थिरता हमारी मुख्य जरूरत है.

जलवायु परिवर्तन एवं प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की आवश्यकता

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन के बारे में बात की और कहा कि विश्व नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे भावी पीढ़ियों को बेहतर भविष्य प्रदान करें.पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बैठक में पहुंचने पर भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर का स्वागत कर रहे हैं.

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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बैठक के एजेंडे एवं प्रमुख बिंदुओं का अनुमोदन

 

शाहबाज शरीफ ने कहा कि एससीओ बैठक में भाग लेने वाले नेताओं ने एजेंडे को मंजूरी दे दी है और आज की बैठक में हुई चर्चा के परिणाम क्षेत्र के लोगों के लिए दूरगामी होंगे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्षेत्रीय विकास, स्थिरता और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और मौजूदा वैश्विक स्थिति में सामूहिक कार्रवाई अपरिहार्य है.

बैठक के अंत में व्यापार साझेदारी, बुनियादी ढांचे के विकास और संयुक्त सुरक्षा उपायों सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों और समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे.ये समझौते संगठन के सदस्य देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेंगे और आम चुनौतियों से निपटने में मदद करेंगे.बदलती वैश्विक स्थिति और एजेंडे में क्षेत्रीय गुटों के बढ़ते महत्व और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए इस्लामाबाद में शिखर सम्मेलन शंघाई सहयोग संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ होने की उम्मीद है और सदस्य देश इस संबंध में कार्य योजना तय करेंगे .

इसके अलावा व्यापार गलियारे, ऊर्जा और क्षेत्रीय विकास परियोजनाओं सहित आर्थिक सहयोग पर चर्चा भी कार्यवाही का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगी.

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जयशंकर ने अन्य नेताओं के साथ एससीओ परिवार की तस्वीर खिंचवाई

विदेश मंत्री एस जयशंकर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, मंगोलिया के प्रधानमंत्री ओयुन-एरडीन लवसनमराय और अन्य नेताओं ने इस्लामाबाद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सरकार प्रमुखों की परिषद की बैठक से पहले एक पारिवारिक तस्वीर खिंचवाई.पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ ने इससे पहले एससीओ बैठक के स्थल पर जयशंकर का स्वागत किया.जयशंकर आज आयोजित हो रही एससीओ सरकार प्रमुखों की परिषद की 23वीं बैठक में भाग लेने के लिए पाकिस्तान में हैं.

सरकारी पाकिस्तान टेलीविजन पर बैठक के दृश्यों में जयशंकर और शरीफ एक-दूसरे से हाथ मिलाते और मीडिया के लिए एक साथ तस्वीरें खिंचवाते हुए दिखाई दिए.जयशंकर कल (एससीओ) के शासनाध्यक्षों की परिषद की 23वीं बैठक में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर पड़ोसी देश पहुंचे.उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भाग लिया, जिसके दौरान उन्होंने हाथ मिलाया और एक-दूसरे का अभिवादन किया.

 रावलपिंडी हवाई अड्डे पर पहुंचने पर, जयशंकर का नूर खान एयरबेस पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के महानिदेशक (दक्षिण एशिया) इलियास महमूद निजामी ने गर्मजोशी से स्वागत किया.पारंपरिक परिधान पहने बच्चों ने उन्हें फूलों के गुलदस्ते भेंट किए.