रियाद. हज तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रविवार को प्रिंस मुहम्मद बिन अब्दुलअजीज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और किंग अब्दुलअजीज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सऊदी अरब के मदीना में पहुंचा. यह ‘मक्का रूट’ से पहली बार पहुंचा है.
सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने बताया कि हज यात्रियों का पहला जत्था भारत, अफगानिस्तान, मलेशिया और बांग्लादेश से पहुंचा. तीर्थयात्रियों को आगमन पर फूल, खजूर और जमजम पानी की बोतलें भेंट की गईं.
कुआलालंपुर हवाई अड्डे से 567 मलेशियाई तीर्थयात्री मदीना हवाई अड्डे पहुंचे. राजधानी ढाका में हजरत शाह जलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मक्का रूट पहल लाउंज के माध्यम से 419 बांग्लादेशी तीर्थयात्री जेद्दाह हवाई अड्डे पर पहुंचे.
أولى رحلات المستفيدين من مبادرة "#طريق_مكة" من مملكة ماليزيا تصل إلى المملكة.https://t.co/QZm2eiLhJy#واس_عام pic.twitter.com/2nxK0JK0Uw
— واس العام (@SPAregions) May 21, 2023
मक्का की हज यात्रा एक अनिवार्य धार्मिक कर्तव्य है, जो उन मुसलमानों द्वारा किया जाना चाहिए जो जीवन में कम से कम एक बार शारीरिक और आर्थिक रूप से इसे करने में सक्षम हैं. किंगडम को इस मौसम के दौरान दो मिलियन तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है. 2022 सीजन के दौरान तीर्थयात्रियों की संख्या 899,353 तक पहुंच गई, जिसमें राज्य के बाहर से 779,919 शामिल थे, जबकि 2021 सीजन 2020 में केवल 10,000 की तुलना में 60,000 तक सीमित था.