सऊदी अरब ने पाकिस्तान को दिया नया झटका, बिना पोलियो वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के नहीं मिलेगी एंट्री 

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 09-01-2025
Saudi Arabia gives a new blow to Pakistan, entry will not be allowed without polio vaccination certificate
Saudi Arabia gives a new blow to Pakistan, entry will not be allowed without polio vaccination certificate

 


इस्लामाबाद. सऊदी अरब की यात्रा करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के लिए पोलियो टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया है. सऊदी अरब के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (जीएसीए) ने यह घोषणा की है.

जीएसीए के अनुसार, नवीनतम निर्देशों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को कठोर दंड और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.

अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान दुनिया के अंतिम दो पोलियो-स्थानिक देशों में से एक बना हुआ है.

देश में पोलियोवायरस के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है. 2024 में इस अपंग करने वाली बीमारी के 68 मामले सामने आए थे.

पिछले कई वर्षों से देश में पोलियो वायरस के प्रसार को रोकने में पाकिस्तान सरकार की नाकामी पर सवाल उठते रहे हैं. विशेष रूप से अशांत खैबर पख्तूनख्वा (केपी) और बलूचिस्तान प्रांतों को लेकर जहां पोलियो टीकाकरण अभियान को हिंसा का सामना करना पड़ा और स्वास्थ्य कर्मियों की मौतें भी हुईं.

सऊदी सरकार का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब कई खाड़ी देशों ने अपराध, धोखाधड़ी और भीख मांगने में शामिल होने के कारण पाकिस्तानियों पर वीजा प्रतिबंध लगाए हैं.

आव्रजन विभाग के अधिकारियों ने जियो न्यूज को बताया कि बुधवार को सात देशों से 51 निर्वासित पाकिस्तानी कराची पहुंचे, जबकि मंगलवार रात कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 30 यात्रियों को उनके यात्रा दस्तावेजों और अन्य अनियमितताओं के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से उतार दिया गया.

इससे पहले, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने पाकिस्तान के वीजा आवेदकों के लिए पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य कर दिया था.

सऊदी अरब के अलावा, यूएई और अन्य खाड़ी देशों ने पाकिस्तान के कम से कम 30 अलग-अलग शहरों के लोगों को वीजा देने पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगा दिया है.

विदेशों में पाकिस्तानी नागरिकों के भीख मांगते या तस्करी, ड्रग्स की तस्करी, मानव तस्करी और अन्य आपराधिक अपराधों में शामिल पाए जाने के मामलों की संख्या में चिंताजनक बढ़ोतरी हुई है.