आवाज द वाॅयस / इस्लामाबाद
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का 23वां शिखर सम्मेलन आज इस्लामाबाद के जिन्ना कन्वेंशन सेंटर में शुरू हो रहा है.बैठक की अध्यक्षता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ करेंगे.इसमें सदस्य देशों रूस, चीन, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के अलावा ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति और भारत के विदेश मंत्री अपने देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे.
मंगोलिया के प्रधान मंत्री एक पर्यवेक्षक राज्य के रूप में भाग लेंगे और मंत्रियों के मंत्रिमंडल के उपाध्यक्ष और तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री भी विशेष अतिथि के रूप में भाग लेंगे.शंघाई सहयोग संगठन में चीन, भारत, रूस, पाकिस्तान, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और बेलारूस शामिल हैं. संगठन के साथ 16 और देश पर्यवेक्षक या 'संवाद भागीदार' के रूप में जुड़े हुए हैं.
बैठक में शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के प्रमुख अर्थव्यवस्था, व्यापार, पर्यावरण और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा करेंगे और संगठन के प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे.शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के मौके पर विदेशी नेताओं, प्रतिनिधिमंडलों और मेहमानों की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
इस संबंध में, इस्लामाबाद पुलिस, सिंध पुलिस, एफसी और रेंजर्स सहित पाकिस्तानी सेना के जवानों को तैनात किया गया है.एससीओ बैठक को लेकर संघीय सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए सेना को विशेष अधिकार दिए हैं.
संघीय सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए इस्लामाबाद में 14 से 16 अक्टूबर तक तीन दिन की छुट्टी की घोषणा की है, जबकि बैठक के अवसर पर शहर के विभिन्न राजमार्ग भी सामान्य यातायात के लिए बंद रहेंगे.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान आने वाले विभिन्न देशों के प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे.संघीय सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने कहा है कि पाकिस्तान में एससीओ शिखर सम्मेलन आयोजित करने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की पहचान बहाल हुई है.उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण और गतिशील भूमिका है और मौजूदा सरकार देश के राजनयिक अलगाव को खत्म करने में सफल रही है.