खान यूनिस में इजरायली हमलों में 14 फिलिस्तीनियों की मौत

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 22-07-2024
14 Palestinians killed in Israeli attacks in Khan Younis
14 Palestinians killed in Israeli attacks in Khan Younis

 

गाजा. सोमवार को दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस शहर में इजरायली हमलों में लगभग 14 फिलिस्तीनी मारे गए. मरने वालों में छह बच्चे और चार महिलाएं शामिल हैं. वहीं 36 अन्य लोगों के घायल होने की खबर है. गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने ये जानकारी दी. 

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, स्वास्थ्य अधिकारियों ने शहर के नासेर मेडिकल कॉम्प्लेक्स में स्थानीय लोगों से घायलों के लिए तत्काल रक्तदान करने का आह्वान किया है. यहां ब्लड यूनिट की भारी कमी है.

फिलिस्तीनी सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया, ''तत्काल निकासी आदेश जारी होने के बाद इजरायली युद्धक विमानों ने खान यूनिस के पूर्वी इलाकों पर भारी बमबारी की. पूर्वी इलाकों में शहर के पश्चिम की ओर, विशेष रूप से अल-मवासी की ओर बड़े पैमाने पर विस्थापन देखा गया.''

इजराइली रक्षा बलों ने सोमवार सुबह एक बयान में कहा कि वह आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहा है और इसलिए खान यूनिस के पूर्वी इलाकों में बचे हुए लोगों से अपील करता है कि वे अस्थायी रूप से अल-मवासी इलाके में चले जाएं.

अस्थायी निकासी के लिए निवासियों को एसएमएस, फोन कॉल और अरबी में मीडिया प्रसारण के माध्यम से सूचित किया गया.

रविवार को गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि गाजा पट्टी में चल रहे इजरायली हमलों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या बढ़कर 38,983 हो गई है.

बता दें कि इजरायल-हमास युद्ध के बीच इजरायली सेना गाजा के अलावा अन्य जगहों पर भी कार्रवाई कर रही है. इस बीच इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के विभिन्न इलाकों में हवाई हमले किए हैं.

इजरायल के हवाई हमले के बीच हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा कि उसके लड़ाकों ने अल-मनारा साइट के क्षेत्र में मौजूद इजरायली सैनिकों को निशाना बनाया है.

वहीं, लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बलों के प्रवक्ता एंड्रिया टेनेंटी ने शनिवार को कहा कि लेबनान और इजरायल के बीच कूटनीतिक समाधान संभव है. उन्होंने दोनों पक्षों से युद्ध विराम का भी आह्वान किया.

टेनेंटी ने कहा कि लेबनान और इजरायल ने दुश्मनी को खत्म करने और स्थायी युद्ध विराम की दिशा में आगे बढ़ने के लिए संयुक्त राष्ट्र संकल्प 1701 के महत्व पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान ही एकमात्र रास्ता है. हम तनाव कम करने व शांति की दिशा में संयुक्त राष्ट्र संकल्प 1701 के पूर्ण कार्यान्वयन के लिए अपनी शक्ति के मुताबिक सब कुछ करना जारी रखेंगे. 

 

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