नई दिल्ली. पाकिस्तान में पिछले दिनों कई आतंकवादियों को अज्ञात लोगों ने ढेर कर दिया. इस पर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और अब उसके विदेश कार्यालय ने गुरुवार को पाकिस्तान के अंदर भारत द्वारा की गई कथित क्षेत्रीय और न्यायेतर हत्याओं के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की. यह उन रिपोर्टों के बाद आया है जिसमें बताया गया था कि नई दिल्ली ने पाकिस्तान के भीतर ऐसे व्यक्तियों की हत्या का आदेश दिया है जिन्हें वह अपने राष्ट्रीय हितों के लिए खतरा मानता है.
वाशिंगटन पोस्ट ने हाल ही में रिपोर्ट की थी कि भारत की खुफिया एजेंसी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ), 2021 से पाकिस्तान में हत्याएं कर रही है. इसी तरह के दावे पहले द गार्जियन ने भी किए थे, जिसमें कहा गया था कि भारत की सरकार ने विदेश में रहने वाले कथित आतंकवादियों को खत्म करने की व्यापक रणनीति के तहत पाकिस्तान में कम से कम 20 लोगों की हत्या का आदेश दिया था.
इस्लामाबाद में अपने साप्ताहिक समाचार ब्रीफिंग में, एफओ प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने इन कार्रवाइयों की निंदा करते हुए कहा कि भारत का हत्याओं और अपहरणों का अभियान पाकिस्तान से बाहर भी फैल गया है. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि बाहरी गतिविधियों के इस नेटवर्क ने वैश्विक स्तर पर कई देशों में चिंताएँ पैदा की हैं.
उन्होंने अपने पड़ोसियों, विशेष रूप से अफगानिस्तान के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगात्मक संबंधों की पाकिस्तान की इच्छा को भी दोहराया. उन्होंने आश्वासन दिया कि पाकिस्तान के पास अफगानिस्तान के साथ एक मजबूत संवाद तंत्र है और उसका लक्ष्य सुरक्षा और सीमा प्रबंधन सहित द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा जारी रखना है.
राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में चिंताओं का जवाब देते हुए, बलूच ने पुष्टि की कि पाकिस्तान किसी भी आंतरिक या बाहरी खतरे के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है.
एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए, प्रवक्ता ने ग्वादर बंदरगाह पर पाकिस्तान की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसे चीन के समर्थन से केवल पाकिस्तान के विकास के लिए विकसित किया गया है और विदेशी शक्तियों को सैन्य अड्डे देने की किसी भी मंशा से इनकार किया.