25 दिन बंद रहने के बाद पाक-अफगान तोरखम सीमा फिर खुली

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 19-03-2025
Pak-Afghan Torkham border reopens after 25-day closure
Pak-Afghan Torkham border reopens after 25-day closure

 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तोरखम सीमा 25 दिनों तक बंद रहने के बाद बुधवार को पाकिस्तानी समयानुसार दोपहर एक बजे खोल दी गई.

सीमा विवाद पर तीखी बहस के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के बाद 21 फरवरी को सीमा को सील कर दिया गया था. 4 मार्च के बाद स्थिति और खराब हो गई जब सीमा को फिर से खोलने के लिए दोनों पक्षों के बीच बातचीत विफल हो गई और दोनों पक्षों के सीमा सुरक्षा बलों के बीच भारी गोलीबारी हुई.

इसके बाद हुई झड़पों में एक अफगान तालिबान सीमा रक्षक की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. तब से, स्थानीय आदिवासी बुजुर्गों और राजनयिक चैनलों के माध्यम से स्थिति को सामान्य करने के लिए नियमित बातचीत की जा रही थी.

बुधवार सुबह सीमा पर एक फ्लैग मीटिंग हुई, जिसमें दोनों पक्षों के प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक के बाद महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग को खोलने के निर्णय की घोषणा की गई. इसके अलावा, पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ने आपसी सहमति से युद्ध विराम पर सहमति जताई है, जो संयुक्त समन्वय समिति (जेसीसी) की अगली बैठक तक लागू रहेगा.

पाकिस्तानी आदिवासी जिरगा के प्रमुख सैयद जवाद हुसैन काजमी ने कहा, "हम अफगान अधिकारियों के फैसले से संतुष्ट हैं. वे विवादास्पद निर्माण को हटाने के लिए सहमत हो गए हैं, जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच तनाव पैदा हुआ था."

तोरखम सीमा क्रॉसिंग दोनों देशों के बीच सबसे महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग है. इसके जर‍िए लगभग 3 मिलियन डॉलर का दैनिक व्यापार होता है और 10,000 से अधिक लोगों की आवाजाही होती है.

हालांकि, 21 फरवरी को, समस्या तब सामने आई, जब अफगान बलों ने सीमा के पास एक सैन्य चौकी बनाने का प्रयास किया. पाकिस्तान के फ्रंटियर कॉर्प्स (एफसी) ने निर्माण पर आपत्ति जताई. उन्होंने यह दावा करते हुए कहा कि चौकी का निर्माण सीमा के पाकिस्तानी हिस्से में किया जा रहा था. इसके कारण सीमा क्रॉसिंग को बंद करना पड़ा.

9 मार्च को, पाकिस्तानी जिरगा ने अफ़गान चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की, जिसमें सीमा को फिर से खोलने पर सहमत‍ि बनी.