Pak-Afghan border dispute: Torkham border crossing to reopen, consensus reached between both sides
इस्लामाबाद
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तोरखम बॉर्डर मंगलवार को खुलने जा रहा है. विवादित सीमा के करीब अफगान बलों की ओर से किए जा रहे निमार्ण कार्य को लेकर दोनों देशों के बीच पैदा हुए तनाव के कारण लगभग यह बॉर्डर क्रॉसिंग करीब महीने तक बंद रही.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सोमवार को दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम वार्ता के दूसरे दौर की बातचीत हुई. इस दौरान 21 फरवरी को बंद किए गए तोरखम व्यापार मार्ग को सभी प्रकार की आवाजाही के लिए खोलने का फैसला लिया गया.
इस पहले 4 मार्च को तोरखम सीमा पर स्थिति काफी बिगड़ गई, जब क्रॉसिंग को फिर से खोलने के लिए वार्ता नाकाम हो गई, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और अफगान तालिबान लड़ाकों के बीच गोलीबारी हुई. हिंसक झड़प में कई सशस्त्र बल कर्मियों और नागरिकों की मौत हो गई है.
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सबसे महत्वपूर्ण क्रॉसिंग में से एक तोरखम से दोनों देशों के बीच सबसे ज्यादा व्यापार और आवाजाही होती है.
पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि 24 दिनों तक सीमा बंद रहने के दौरान ट्रांजिट ट्रेड समेत सभी तरह के व्यापार ठप रहे. नाम न बताने की शर्त पर एक पाकिस्तानी अधिकारी ने 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' को बताया कि बॉर्डर बंद होने के कारण राष्ट्रीय खजाने को कुल 72 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ.
इस संघर्ष ने सीमा के दोनों ओर के व्यापारियों को भारी झटका दिया है, जिन्होंने लाखों डॉलर गंवाए हैं. गतिरोध के कारण तोरखम क्रॉसिंग के दोनों ओर सैकड़ों यात्री और मरीज, हजारों मालवाहक ट्रक फंसे हुए हैं.
अफगान मीडिया टोलो न्यूज ने अफगान व्यापारी जालमई अजीमी के हवाले से बताया, "सोमवार को तोरखम में दोनों पक्षों के बीच बैठक हुई. लिए गए निर्णय सकारात्मक थे और संभावना है कि आज या कल क्रॉसिंग फिर से खुल जाएगी."