ओमान के वाणिज्य मंत्री ने भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए दी बधाइ, कहा - पिछले 20 वर्षों में भारत ने प्रभावशाली परिवर्तन किया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 10-01-2025
Qais bin Mohammed Al Yusuf
Qais bin Mohammed Al Yusuf

 

मस्कट. ओमान के वाणिज्य, उद्योग और निवेश संवर्धन मंत्री कैस बिन मोहम्मद अल यूसुफ ने गुरुवार को भारत की आर्थिक वृद्धि की सराहना की और पिछले दो दशकों में देश के उल्लेखनीय परिवर्तन के लिए इसके नेतृत्व को बधाई दी.

ओमान की राजधानी मस्कट में मीडिया से बातचीत के दौरान ओमान के वाणिज्य मंत्री ने कहा, ‘‘वास्तव में, हम भारत को उसकी उपलब्धियों के लिए बधाई देते हैं - ईमानदारी से, पिछले 20 वर्षों में विकास, प्रभावशाली विकास, प्रभावशाली परिवर्तन. इसलिए हम आपके नेतृत्व और भारत के लोगों को बधाई देते हैंय आपने आर्थिक विकास हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है. मध्यम क्षेत्र में वृद्धि हुई हैय आपके डिजिटल परिवर्तन में वृद्धि हुई है, यहां तक कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कई पहलुओं में भी. इसलिए हम आपको आपकी उपलब्धियों के लिए बधाई देते हैं और भारत के लोगों और सरकार को शुभकामनाएं देते हैं.’’

भारत और ओमान के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर मंत्री ने कहा, ‘‘व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर अभी भी बातचीत चल रही है. हमने कई दौर की बातचीत की है और एक दौर आने वाला है. और फिर हम देखेंगे कि यह कैसे आगे बढ़ता है. इसलिए चीजें अभी भी आगे बढ़ रही हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘जी20 के संदर्भ में, हमें आमंत्रित किया गया था और हम ओमान के सुल्तान को जी20 में भाग लेने के लिए अतिथि देश के रूप में आमंत्रित करने के लिए भारत सरकार के बहुत आभारी हैं. ईमानदारी से, ओमान के सुल्तान और वाणिज्य मंत्रालय ने सुनिश्चित किया कि हम और अन्य सरकारी एजेंसियां सभी बैठकों में उपस्थित रहें और सक्रिय रूप से भाग लें. और आप जी20 में जो हासिल करने में सक्षम रहे हैं, वह महत्वपूर्ण है. और हमें लगता है कि विशेष रूप से जब व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते की बात आती है, तो जी20 के दौरान कम से कम मेरी यात्राओं के दौरान इस पर कई बार बातचीत और चर्चा हुई.’’

भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे पर उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी तरह की परियोजना जो व्यापार और व्यापार को आसान बना सकती है, उसका हमेशा स्वागत है. और हमें देखना होगा कि यह कैसे आगे बढ़ती है. लेकिन फिलहाल, आप जानते हैं, शिपिंग और लॉजिस्टिक्स कनेक्टिंग और कनेक्टिविटी के आवश्यक तत्व हैं और व्यापार करने की लागत पर भी इनका प्रभाव पड़ता है. इसलिए इसका हमेशा स्वागत है.’’

भारत और ओमान के बीच संयुक्त वक्तव्य की प्रगति के बारे में मंत्री ने कहा, ‘‘अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो हम इस महीने, जनवरी में एक संयुक्त आयोग की बैठक कर रहे हैं. यह विभिन्न पहलुओं पर प्रगति पर चर्चा करने के लिए एजेंडा में शामिल मदों में से एक होगा. लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि ओमान में भारतीय निवेशकों की बहुत रुचि है. और हमारे पास कई, मैं कहूंगा, बड़े निवेशक हैं जो ओमान में रुचि रखते हैं. और वे पहले से ही भविष्य के लिए योजना बना रहे हैं. वे पहले से ही अवसर देख रहे हैं, अगर यह सीईपीए होता है, तो वे इसके होने का इंतजार नहीं कर रहे हैं. वे बहुत चतुर हैं. और वे पहले से ही योजना बना रहे हैं... और यही कारण है कि भारत उन शीर्ष तीन, चार देशों में से एक है जो ओमान में निवेश करने में रुचि रखते हैं.’’