म्यांमार : भूकंप से मस्जिद समेत कई इमारतें गिरीं, कम से कम 20 लोगों की मौत

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 28-03-2025
Myanmar: Earthquake collapses several buildings including mosque, at least 20 dead
Myanmar: Earthquake collapses several buildings including mosque, at least 20 dead

 

नेपीडॉ. म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7तीव्रता के विनाशकारी भूकंप और उसके बाद 6.8तीव्रता के शक्तिशाली झटके के बाद कम से कम 20लोगों की मौत हो गई. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि रिपोर्ट्स बताती हैं कि मांडले शहर में एक मस्जिद ढह गई जिसमें कई लोग मारे गए हैं.

भूकंप, का केंद्र सागाइंग के उत्तर-पश्चिम में 10किलोमीटर की गहराई पर था. झटके म्यांमार, थाईलैंड, पूर्वोत्तर भारत और चीन के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए.

भूकंप इतना तीव्र था कि बैंकॉक में मेट्रो और रेल सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं, जिससे निवासियों में व्यापक दहशत फैल गई.

थाई प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने तत्काल संकट बैठक बुलाई और राजधानी में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी.

म्यांमार में स्थिति गंभीर बनी हुई है, खासकर मांडले क्षेत्र में इमारतों के ढहने और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें हैं. मांडले और यांगून के बीच की सड़कों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे राहत प्रयासों में बाधा आ रही है.

प्रभावित क्षेत्रों से चौंकाने वाले फुटेज में ढहती इमारतें और भयभीत लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भागते हुए दिख रहे हैं. लाओस के विएंतियाने में भी झटके महसूस किए गए यहां भी ऊंची इमारतों में तीव्र झटकों के वीडियो वायरल हो रहे हैं.

म्यांमार में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है, राहत और बचाव प्रयासों में सहायता के लिए अंतर्राष्ट्रीय अपील जारी की गई है. देश में अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है, आपातकालीन टीमें जीवित बचे लोगों को ढूंढने तथा अपने घरों में फंसे लोगों की सहायता करने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी म्यांमार और थाईलैंड में आए शक्तिशाली भूकंप पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने दोनों सरकारों को हर संभव मदद देने का वादा किया है.

पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा, "म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं. सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं. भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. इस संबंध में, हमने अपने अधिकारियों से तैयार रहने को कहा है. साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क में रहने को कहा है."