रियाद
इस्लाम धर्म के सबसे पवित्र स्थान सऊदी अरब में शव्वाल माह, 1446 हिजरी का चाँद देख लिया गया है. इस घोषणा के साथ ही देश में रविवार, 30 मार्च 2025 को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी. इस बार रमजान 29 दिनों का रहा और श्रद्धालुओं ने 29 दिन तक रोजे रखे.
सऊदी अरब की दो प्रमुख वेधशालाओं – सुदैर और तुमैर – में सबसे व्यापक तैयारियां की गई थीं। चाँद देखने की प्रक्रिया आधिकारिक रूप से शनिवार शाम लगभग 6 बजे शुरू हुई। सुदैर वेधशाला के मुख्य खगोलशास्त्री अब्दुल्ला अल-खुदैरी ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि "सूर्य आज शाम 6:12 बजे अस्त होगा और शव्वाल का अर्धचंद्र सूर्यास्त के 8 मिनट बाद तक क्षितिज पर रहेगा। यदि आसमान साफ रहा, तो चाँद को देखना संभव होगा।"
उनकी इस भविष्यवाणी के आधार पर खगोलविद अब्दुल्ला अल-अमर ने भी आशा जताई थी कि वे सुदैर में चाँद देख सकेंगे। अंततः उनकी यह उम्मीद सही साबित हुई और सऊदी अरब में शव्वाल का चाँद देख लिया गया।
इससे पहले, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अंतरराष्ट्रीय खगोल विज्ञान केंद्र ने यह दावा किया था कि 29 मार्च को शव्वाल का चाँद देखने की कोई संभावना नहीं है। उनका तर्क था कि उस दिन चाँद सूर्यास्त से पहले अस्त हो जाएगा और चाँद और सूरज का मिलन सूर्यास्त के बाद होगा, जिससे इसे देखना संभव नहीं होगा। लेकिन यह भविष्यवाणी गलत साबित हुई और सऊदी अरब में चाँद देख लिया गया।
सऊदी अरब और कई अन्य मुस्लिम देशों में चाँद देखने के आधार पर रमजान और ईद की तारीख तय की जाती है। हालाँकि, कुछ देशों में पहले से खगोलीय गणना के आधार पर संभावित तिथियों की घोषणा कर दी जाती है। उदाहरण के लिए, एमिरेट्स एस्ट्रोनॉमिकल सेंटर ने 20 मार्च को कहा था कि इस्लामी जगत में रमजान 30 दिनों का होगा और ईद-उल-फितर 31 मार्च को मनाई जाएगी। लेकिन सऊदी अरब में 29 मार्च को ही चाँद देख लिया गया, जिससे ईद 30 मार्च को ही घोषित कर दी गई।
वहीं, सऊदी अरब के पड़ोसी देश ओमान में श्रद्धालु 30 दिनों का रोजा पूरा करेंगे और वहां ईद-उल-फितर सोमवार, 31 मार्च को मनाई जाएगी।
सऊदी अरब में चाँद देखने की प्रक्रिया धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों आधारों पर होती है। इस बार भी देशभर की विभिन्न वेधशालाओं में चाँद देखने की प्रक्रिया की गई। विशेष रूप से, ताबुक वेधशाला, जो सऊदी अरब का अंतिम स्थान है जहाँ सूर्य अस्त होता है, वहाँ अंतिम प्रयास किए गए और चाँद के देखे जाने की पुष्टि की गई।
अल-सुदैर और तुमैर के अलावा, मक्का, मदीना, रियाद, दम्मम और तबुक सहित कई अन्य स्थानों पर भी चाँद देखने के लिए आधिकारिक बैठकें आयोजित की गईं।
शव्वाल का चाँद दिखने की घोषणा के बाद पूरे सऊदी अरब में जश्न का माहौल बन गया। लोग एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देने लगे और बाजारों में ईद की खरीदारी के लिए भारी भीड़ देखी गई।
ईद-उल-फितर इस्लाम धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो रमजान के महीने के समापन पर मनाया जाता है। इस अवसर पर विशेष नमाज अदा की जाती है, गरीबों को जकात दी जाती है और परिवार के साथ समय बिताया जाता है।
सऊदी अरब में चाँद देखे जाने के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि वहां ईद-उल-फितर रविवार, 30 मार्च को मनाई जाएगी। हालाँकि, ओमान जैसे पड़ोसी देशों में रमजान 30 दिनों का होगा और वहां ईद सोमवार, 31 मार्च को मनाई जाएगी। यह घटना एक बार फिर इस्लामी जगत में चाँद देखने की प्रक्रिया की जटिलताओं को उजागर करती है, जहाँ धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण एक साथ चलते हैं।