रूस को युद्ध में हराना असंभव : कासिम, कजाकिस्तान के राष्ट्रपति

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 16-09-2024
It is impossible to defeat Russia in a war: Kassym, President of Kazakhstan
It is impossible to defeat Russia in a war: Kassym, President of Kazakhstan

 

अस्ताना. कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव का कहना है कि रूस 'सैन्य रूप से अजेय' है. अगर यूक्रेन युद्ध आगे बढ़ता है तो इसके परिणाम पूरी मानव जाति के लिए 'बहुत गंभीर' होंगे. उन्होंने सोमवार को जर्मनी के दौरे पर आए चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से मुलाकात के दौरान यह बातें कही. स्कोल्ज 14 वर्षों में कजाकिस्तान की यात्रा करने वाले जर्मन सरकार के पहले प्रमुख हैं.

अकोर्डा में स्कोल्ज का स्वागत करते हुए टोकायेव ने इस बात पर जोर दिया कि मध्य एशियाई देश रूस के साथ दुनिया की सबसे लंबी बाड़ लगी हुई भूमि सीमा साझा करता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कजाक लोग यूक्रेनी लोगों और उनकी संस्कृति के प्रति 'वास्तविक सम्मान' रखते हैं.

टोकायेव ने कहा, "यह स्पष्ट है कि रूस सैन्य दृष्टि से अजेय है. अगर युद्ध आगे बढ़ता है, तो परिणाम पूरी मानव जाति के लिए बहुत गंभीर होंगे, सबसे पहले, उन देशों के लिए जो संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल हैं.''

कजाकिस्तान के राष्ट्रपति ने कहा, ''दुर्भाग्य से, इस्तांबुल ने समझौते की पुष्टि करने से इनकार कर दिया और सुलह हासिल करने का सबसे अच्छा अवसर खो दिया. हालांकि, शांति के लिए अभी भी एक मौका है. विभिन्न देशों की सभी शांतिपूर्ण पहलों की सावधानीपूर्वक समीक्षा की जानी चाहिए. शत्रुता की समाप्ति के लिए एक समझौते पर पहुंचना ही चाहिए."

यह जानकारी राष्ट्रपति की आधिकारिक प्रेस सेवा ने जर्मन चांसलर के साथ बैठक के दौरान टोकायेव के हवाले से दी.

टोकायेव ने स्पष्ट किया कि उनके देश और यूक्रेन के बीच "कोई मतभेद" नहीं है. उन्होंने कहा कि कजाकिस्तान दूतावास अभी भी कीव में काम कर रहा है.

बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने पुष्टि की कि वे पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार और आर्थिक सहयोग बढ़ाने में रुचि रखते हैं.

पिछले साल, जर्मनी और कजाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय व्यापार कारोबार 1.5 गुना बढ़कर 4 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया. पिछले सात महीनों में, आपसी व्यापार 2.3 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया. 

 

ये भी पढ़ें :   पैगंबर मोहम्मद का नेतृत्व और शिक्षाएं मुसलमानों के लिए आज भी हैं प्रासंगिकता
ये भी पढ़ें :   ईद मिलाद- उन- नबी: पैगंबर मोहम्मद के संदेश में विश्वास, करुणा और न्याय पर ज़ोर
ये भी पढ़ें :   ईद मिलाद-ए-नबी पर विशेष : आक़ा की पाक निशानियां
ये भी पढ़ें :   118 वर्षों से सामाजिक सौहार्द को संजोए सातारा का आजाद हिंद गणेशोत्सव मंडल
ये भी पढ़ें :   मौलवी मोहम्मद बाकर पत्रकारिता में सोशल रिफॉर्म पर फोकस करते थे, बोलीं इतिहासकार डॉ स्वप्रा लिडल