तेहरान. ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने चेतावनी दी है कि देश अपने परमाणु प्रतिष्ठानों पर किसी भी हमले का तत्काल, निर्णायक जवाब देगा.
कतर के अल जजीरा टीवी नेटवर्क के साथ एक विशेष इंटरन्यू में अराघची ने कहा कि ईरान के परमाणु स्थलों पर संभावित इजरायली हमलों में अमेरिका की भागीदारी 'सबसे बड़ी ऐतिहासिक गलतियों' में से एक होगी.
अराघची इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करने की धमकी और इसमें अमेरिका की संभावित संलिप्तता के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे.
शुक्रवार देर रात प्रसारित इंटरव्यू में, अराघची ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम घरेलू स्तर पर विकसित किया गया है. देश अपनी क्षमताओं पर भरोसा करते हुए परमाणु क्षमता और प्रौद्योगिकी हासिल करने में कामयाब रहा है.
विदेश मंत्री ने कहा, "ईरान का परमाणु कार्यक्रम ईरानी वैज्ञानिकों के दिमाग में है, जमीन पर नहीं. ऐसी क्षमता और कार्यक्रम को बमबारी और हवाई हमलों से नष्ट नहीं किया जा सकता है."
मंत्री ने कहा कि ईरान के परमाणु केंद्र एक या दो क्षेत्रों में नहीं, बल्कि देश भर में में स्थित हैं, और ऐसी जगहों पर हैं, जिन्हें हवाई हमलों के माध्यम से निशाना बनाना 'बहुत मुश्किल और असंभव' है और इन्हें 'बहुत अच्छी हवाई रक्षा' हासिल है.
विदेश मंत्री ने कहा कि अगर हमला किया जाता है, तो 'हम इस क्षेत्र में एक व्यापक युद्ध में उतर जाएंगे, एक ऐसी आपदा जिसे कोई भी नहीं चाहता, न क्षेत्र के अंदर और न ही बाहर. मुझे नहीं लगता कि अमेरिकी इतनी बड़ी गलती करेंगे."
अराघची ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हैं और ऐसे हथियार देश के सैन्य सिद्धांत का हिस्सा नहीं हैं, जबकि ईरान परमाणु हथियार बनाने में सक्षम है, लेकिन ऐसा करने का इरादा नहीं रखता है. उन्होंने कहा, "हम अन्य तरीकों से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं और मानते हैं कि परमाणु हथियार निषिद्ध हैं."