तेहरान. ईरान ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की उस टिप्पणी को खारिज कर दिया कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ ईरानी सैन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया. ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाघेई ने एक बयान में कहा कि फ्रांस का 'ऐसे निराधार और गलत' आरोपों को दोहराना गैर-जिम्मेदाराना है. यह 'यूरोप और दुनिया में शांति, स्थिरता बहाल करने में उनकी गंभीरता की कमी' को दर्शाता है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बाघई ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान यूक्रेन संघर्ष में शामिल नहीं है.
ईरानी प्रवक्ता ने कहा, "वह युद्ध का विरोध करने और संघर्ष को बातचीत, कूटनीतिक वार्ता के माध्यम से समाप्त करने के अपने सैद्धांतिक रुख पर अडिग है."
इससे पहले मैक्रों ने बुधवार को अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि रूस ने पहले ही यूक्रेन युद्ध को वैश्विक संघर्ष में बदल दिया है. उन्होंने यह दावा भी किया कि उसने ईरानी उपकरणों का इस्तेमाल किया है.
कई पश्चिमी देशों के साथ यूक्रेन ने भी ईरान पर युद्ध के लिए रूस को हथियार देने का आरोप लगाया है. हालांकि ईरान ने बार-बार इन आरोपों को 'निराधार' बताकर खारिज कर दिया.
इससे पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने गुरुवार को कहा कि रूस यूक्रेन में यूरोपीय सैनिकों की संभावित तैनाती को संघर्ष में नाटो की प्रत्यक्ष भागीदारी के रूप में देखेगा.
लावरोव ने इस कदम को 'रूसी संघ के खिलाफ युद्ध में नाटो देशों की प्रत्यक्ष, आधिकारिक और स्पष्ट भागीदारी' कहा. उन्होंने चेतावनी दी कि यूक्रेन में ऐसी सेनाओं मौजूदगी मॉस्को के लिए अस्वीकार्य होगी.
लावरोव दरअसल भी मैक्रों की बधुवार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा था कि वह शांति समझौते को लागू करने के लिए यूक्रेन में यूरोपीय सैनिकों को भेजने पर विचार करेंगे, हालांकि उन्होंने कहा कि सैनिक अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई में शामिल नहीं होंगे.
लावरोव के मुताबिक, 'यह रूस के लिए खतरा है.' उन्होंने कहा कि मॉस्को यूक्रेन में यूरोपीय बलों को तैनात करने के मुद्दे पर 'समझौते की कोई गुंजाइश नहीं देखता.'