इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने नेसेट से दिया इस्तीफा

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 02-01-2025
 Yoav Galant
Yoav Galant

 

तेल अवीव. इजरायल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने नेसेट से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है. स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के दो महीने से भी कम समय बाद उन्होंने नेसेट से इस्तीफा दिया है.

गैलेंट ने बुधवार शाम को इस्तीफा देने की घोषणा की. साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने के लिए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार की आलोचना की. हालांकि, गैलेंट ने कहा कि वह नेतन्याहू की लिकुड पार्टी के सदस्य बने रहेंगे.

इजरायली मीडिया को दिए एक बयान में गैलेंट ने अपने राजनीतिक और सैन्य योगदान के लिए खुद को श्रेय दिया. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने आंशिक रूप से हमास हिजबुल्लाह और ईरान की सैन्य क्षमताओं को खत्म कर दिया था.

टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व रक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले और जारी संघर्ष के दौरान इजरायल की कार्रवाई की जिम्मेदारी भी ली.

गैलेंट ने इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) में अपने 35 साल की सर्विस पर भी बात की. उन्होंने नेसेट सदस्य के रूप में एक दशक और रक्षा मंत्री के रूप में दो साल तक काम किया.

गैलेंट ने संकेत दिया कि उनका राजनीतिक करियर खत्म नहीं हुआ है और पार्टी नेतृत्व के लिए चुनौती के रूप में एक संभावित वापसी का सुझाव दिया.

गैलेंट ने कहा, "लिकुड आंदोलन के सदस्य के रूप में मैं आंदोलन के मार्ग के लिए लड़ता रहूंगा. मेरा रास्ता एक समान रास्ता है और मैं इसके सिद्धांतों में विश्वास करता हूं और इसके सदस्यों तथा मतदाताओं पर भरोसा करता हूं. जब से मैंने लिकुड पार्टी को पहली बार वोट दिया, मेनाकेम क्रांति में भागीदार रहा तब से मैं आंदोलन के राष्ट्रीय और वैचारिक मार्ग के प्रति वफादार रहा हूं."

उन्होंने नेतन्याहू और वर्तमान रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया. गैलेंट ने तर्क दिया कि अति-रूढ़िवादी को भर्ती करना एक सैन्य आवश्यकता थी.

गैलेंट ने सरकार के न्यायिक सुधार पर भी चिंता व्यक्त की, जिसे उन्होंने इजरायल के लिए स्पष्ट और तत्काल खतरा बताया. गैलेंट ने कहा कि उन्होंने 7 अक्टूबर के हमलों से पहले इस जोखिम के बारे में चेतावनी दी थी.

इसके अलावा उन्होंने गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की वापसी सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए सरकार की आलोचना की.

उन्होंने कहा, "जब तक उन्हें घर वापस नहीं लाया जाता, तब तक कोई जीत नहीं हो सकती."

अपने भाषण के बाद गैलेंट ने नेसेट के अध्यक्ष अमीर ओहाना को अपना इस्तीफा सौंप दिया.