आवाज द वाॅयस /कार्टलकाया ( तुर्की )
तुर्की के उत्तरी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध कार्टलकाया स्की रिसॉर्ट में सुबह एक भीषण आग की घटना ने पूरे देश को शोक में डाल दिया. इस दर्दनाक हादसे में कम से कम 76 लोगों की मौत हो गई, जबकि 51 लोग घायल हो गए. यह दुर्घटना तब हुई जब होटल में सर्दियों की छुट्टियां मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.
आग सुबह लगभग 3:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) ग्रैंड कार्टल होटल की चौथी मंजिल के रेस्तरां से शुरू हुई. धीरे-धीरे यह आग पूरे 11 मंजिला होटल में फैल गई। होटल में ठहरे 238 मेहमानों और कर्मचारियों के बीच अफरा-तफरी मच गई.
प्रत्यक्षदर्शियों और बचे हुए लोगों ने होटल के अंदर और बाहर भयावह दृश्यों का वर्णन किया. कई मेहमान आग से बचने के लिए खिड़कियों से कूदे, जबकि कुछ ने चादरों को रस्सी की तरह इस्तेमाल कर भागने की कोशिश की.
होटल के तीसरे तल पर ठहरे अताकन येलकोवन ने बताया, "ऊपरी मंजिलों से लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे. उन्होंने खिड़कियों से चादरें लटका दीं और कुछ ने कूदने की कोशिश की."एक होटल कर्मचारी ने बताया कि उसने खिड़कियों पर खड़े लोगों को मदद के लिए पुकारते देखा.
उन्होंने कहा, "मैंने एक पिता को देखा जो अपने बच्चे को गोद में लिए तकिए मांग रहा था ताकि उसे खिड़की से नीचे उतार सके। शुक्र है कि आपातकालीन सेवाओं ने उन्हें बचा लिया."
मृतकों और घायलों की संख्या
आंतरिक मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि हादसे में अब तक 76 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 52 शवों की पहचान की जा चुकी है. बाकी शवों की पहचान के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञ काम कर रहे हैं.घायलों में से 17 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि 34 अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से एक गहन चिकित्सा कक्ष में है.
पीक स्की सीजन में त्रासदी
यह हादसा उस समय हुआ जब होटल में पीक स्की सीजन चल रहा था. यह होटल समुद्र तल से 2,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और सर्दियों की छुट्टियों के कारण लगभग पूरा भरा हुआ था.
आग की वजह और जांच
होटल में आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आग होटल के रेस्तरां से शुरू हुई थी और लकड़ी के आवरण के कारण तेजी से पूरे भवन में फैल गई.आंतरिक मंत्री ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें होटल का मालिक भी शामिल है.
सुरक्षा उपायों की कमी
कुछ बचे हुए लोगों ने दावा किया कि होटल में अग्नि सुरक्षा के उपायों की भारी कमी थी.एक व्यक्ति ने कहा, "वहां कोई अलार्म नहीं था, कोई स्मोक डिटेक्टर नहीं था और कोई आपातकालीन निकास द्वार भी नहीं था."
राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इस त्रासदी पर शोक व्यक्त करते हुए बुधवार को राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की. उन्होंने कहा, "हमारा दुख बहुत बड़ा है. हम इस हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराएंगे."
पर्यटन मंत्री नूरी एर्सॉय ने कहा कि होटल ने 2024 में अग्नि निरीक्षण पास किया था, लेकिन हादसे के बाद सामने आई खामियां सुरक्षा उपायों की असल स्थिति पर सवाल उठाती हैं.
इस त्रासदी ने न केवल तुर्की के पर्यटन उद्योग पर गहरा प्रभाव डाला है, बल्कि देश में अग्नि सुरक्षा उपायों की स्थिति पर भी गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं. तुर्की सरकार ने घटना की गहन जांच का वादा किया है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके.