तालिबान से मुक्त अमेरिकी नागरिक फेय हॉल ने ट्रंप को दिया धन्यवाद

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 30-03-2025
Faye Hall, an American citizen freed from the Taliban, thanked Trump
Faye Hall, an American citizen freed from the Taliban, thanked Trump

 

वाशिंगटन

अफगानिस्तान में तालिबान की कैद से हाल ही में रिहा हुई अमेरिकी नागरिक फेय हॉल ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनकी रिहाई में अहम भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया.

व्हाइट हाउस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश में फेय हॉल ने कहा, "मुझे खुशी है कि आप राष्ट्रपति हैं. मुझे घर वापस लाने के लिए आपका धन्यवाद. मैंने पहले कभी अमेरिकी नागरिक होने पर इतना गर्व महसूस नहीं किया था. धन्यवाद, श्रीमान राष्ट्रपति.."

तालिबान की कैद में बिताए दिन

अफगान जेल में अपने कठिन समय को याद करते हुए हॉल ने बताया कि वहां बंद अन्य महिलाएँ ट्रंप को "रक्षक" के रूप में देखती थीं और उन्हें उम्मीद थी कि वे एक दिन उन्हें भी आज़ाद करवाएँगे.

उन्होंने कहा, "अफगान जेल में सभी महिलाएँ मुझसे पूछती थीं, 'ट्रंप कब आ रहे हैं?' वे आपको अपना उद्धारकर्ता मानती हैं और आपकी राह देख रही हैं."

कैसे हुई रिहाई?

फरवरी में तालिबान द्वारा हिरासत में ली गई फेय हॉल को हाल ही में रिहा कर दिया गया. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, हॉल को अफगानिस्तान में बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.उनकी रिहाई अदालत के आदेश और कतर की मध्यस्थता के बाद संभव हो पाई.

एक सूत्र ने बताया कि हॉल को काबुल स्थित कतरी दूतावास में लाया गया, जहाँ उनकी मेडिकल जांच की गई और उन्हें स्वस्थ पाया गया। अब उन्हें अमेरिका लौटाने की प्रक्रिया जारी है.

कतर की भूमिका और अमेरिकी कूटनीति

अमेरिका के पूर्व राजदूत जालमे खलीलजाद ने फेय हॉल की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "अमेरिकी नागरिक फेय हॉल अब कतर के दोस्तों की देखभाल में हैं और जल्द ही घर लौटेंगी. आपकी दृढ़ साझेदारी के लिए धन्यवाद, #कतर."

हॉल की रिहाई ट्रंप के दूत एडम बोहलर और खलीलजाद के प्रयासों के बाद हुई, जिन्होंने इससे पहले अमेरिकी नागरिक जॉर्ज ग्लेज़मैन की रिहाई के लिए भी मध्यस्थता की थी.

तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका की रणनीति

गौरतलब है कि अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका ने वहाँ अपना दूतावास बंद कर दिया था. अब अफगानिस्तान में अमेरिका की कोई सीधी राजनयिक उपस्थिति नहीं है। कतर ही अमेरिका का प्रतिनिधित्व कर रहा है और इस तरह की मध्यस्थता में अहम भूमिका निभा रहा है.