आवाज द वॉइस/यरूशलेम
इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से जारी तनाव और संघर्ष के बीच रविवार को एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया. इजरायल ने गाजा में मौजूद 33 बंधकों की रिहाई के बदले 1,904 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की घोषणा की. यह फैसला इजरायल-हमास युद्धविराम समझौते का हिस्सा है, जिसे रविवार सुबह इजरायली सरकार ने मंजूरी दी. इस कदम को लेकर दुनियाभर की नजरें इस क्षेत्र पर टिकी हुई हैं..
'द टाइम्स ऑफ इजरायल' की रिपोर्ट के मुताबिक, इन 1,904 कैदियों में जेल में बंद 737 कैदी शामिल हैं. इनमें कई ऐसे लोग हैं, जो हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. ये कैदी हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और फिलिस्तीनी प्राधिकरण के फतह आंदोलन के सदस्य हैं. इसके अलावा, इजरायली जेलों में बंद महिलाएं और बच्चे भी इस सूची में शामिल हैं..
इनमें से कुछ कैदी वे भी हैं, जिन्हें 2011 में इजरायली सैनिक गिलाद शालिट के बदले में रिहा किया गया था लेकिन बाद में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया..
जमीनी हमले के दौरान हिरासत में लिए गए कैदी भी शामिल
इसके अलावा, इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) द्वारा गाजा पट्टी में जमीनी हमले के दौरान हिरासत में लिए गए 1,167 फिलिस्तीनी भी रिहा किए जाएंगे. ये वे लोग हैं, जिन्होंने 7 अक्टूबर, 2023 के हमले में भाग नहीं लिया था..
बंधकों की अदला-बदली की प्रक्रिया
33 बंधकों में कितने जीवित हैं, इसे लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है. हालांकि, इजरायली सरकार का मानना है कि इनमें से अधिकांश बंधक जीवित हैं. रविवार को पहले चरण में तीन महिला बंधकों को रिहा किया जाएगा.
इसके बाद, समझौते के 42 दिनों के पहले चरण के अंत तक, प्रत्येक शनिवार को बाकी 30 बंधकों को रिहा किया जाएगा.
रिहाई के पैमाने और शर्तें
प्रत्येक जीवित महिला, बच्चा और बुजुर्ग बंधक के बदले 30 फिलिस्तीनी कैदी रिहा किए जाएंगे.
नौ बीमार बंधकों के लिए 110 कैदियों को रिहा किया जाएगा.
प्रत्येक महिला आईडीएफ सैनिक के बदले 50 कैदियों को रिहा किया जाएगा.
एवेरा मेंगिस्टू और हिशाम अल-सईद, जो एक दशक से गाजा में बंद हैं, के बदले 30-30 कैदियों को रिहा किया जाएगा.
2011 की शालिट डील के तहत रिहा और बाद में गिरफ्तार किए गए 47 फिलिस्तीनियों को भी रिहा किया जाएगा.
बंधकों के शवों के बदले 1,000 से अधिक बंदियों की रिहाई
बंधकों के शवों के लिए, इजरायल पहले चरण में 1,000 से अधिक गाजा बंदियों को रिहा करेगा.
हमास के कब्जे में 65 और बंधक
गाजा में अभी भी 65 और लोग हमास के कब्जे में हैं. इनमें से कई के जीवित होने की संभावना नहीं है. समझौते के दूसरे चरण में इन बंधकों की रिहाई पर चर्चा होगी. यदि यह सफल होता है, तो गाजा में स्थायी युद्धविराम की उम्मीद की जा सकती है.
इजरायली जेल सेवा की सख्ती
इजरायल जेल सेवा ने कहा है कि फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के दौरान किसी भी तरह के 'खुशी के सार्वजनिक प्रदर्शन' को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.
गाजा में स्थिति और संघर्ष का इतिहास
हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया. इसके जवाब में, इजरायल ने गाजा पट्टी पर सैन्य अभियान शुरू कर दिया, जिससे क्षेत्र में भारी तबाही हुई.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजरायली हमलों में अब तक 46,899 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और कम से कम 110,725 लोग घायल हुए हैं.
ऐतिहासिक और राजनीतिक दृष्टिकोण
यह युद्धविराम और कैदियों की अदला-बदली इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तनाव कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. हालांकि, यह देखना बाकी है कि यह समझौता जमीनी स्तर पर शांति और स्थिरता लाने में कितना सफल होगा.
इस अदला-बदली और युद्धविराम समझौते के तहत दोनों पक्षों ने अपने-अपने बंधकों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यह कदम मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता के लिए एक नया रास्ता खोल सकता है, बशर्ते सभी पक्ष इसे ईमानदारी से लागू करें.