ब्रिटेन: शेख हसीना की भतीजी ने भ्रष्टाचार विरोधी मंत्री पद से दिया इस्तीफा, बांग्लादेश ने की थी जांच की मांग

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 15-01-2025
Britain: Sheikh Hasina's niece resigns as anti-corruption minister, Bangladesh had demanded an investigation
Britain: Sheikh Hasina's niece resigns as anti-corruption minister, Bangladesh had demanded an investigation

 

लंदन.यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर को मंगलवार को एक और झटका लगा, जब उनके भ्रष्टाचार विरोधी मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक ने इस्तीफा दे दिया. द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में भ्रष्टाचार के मामले की जांच में शामिल होने के कुछ समय बाद ही उनका इस्तीफा हुआ.

बयालीस वर्षीय सिद्दीक बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं. 77 वर्षीय हसीना 5 अगस्त से भारत में रह रही हैं. उन्हें तख्तापलट के बाद के बाद बांग्लादेश से भारत आना पड़ा. इसके बाद उनके 16 साल के शासन का खात्मा हो गया.

एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘एक स्वतंत्र समीक्षा ने पुष्टि की है कि मैंने मंत्रिस्तरीय संहिता का उल्लंघन नहीं किया है और ऐसा कोई सबूत नहीं है, जो यह सुझाव दे कि मैंने अनुचित तरीके से काम किया है. फिर भी, सरकार को विचलित होने से बचाने के लिए, मैंने सिटी मिनिस्टर के पद से इस्तीफा दे दिया है.’’

एक्स पर पोस्ट किए गए एक पत्र में उन्होंने लिखा, ‘‘मेरे पारिवारिक संबंध सार्वजनिक रिकॉर्ड का विषय हैं, और जब मैं मंत्री बनी, तो मैंने सरकार को अपने संबंधों और निजी हितों का पूरा विवरण प्रदान किया. अधिकारियों के साथ व्यापक परामर्श के बाद, मुझे सलाह दी गई कि मैं अपनी रुचि की घोषणा में बताऊं कि मेरी चाची बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री हैं और हितों के टकराव की किसी भी धारणा से बचने के लिए बांग्लादेश से संबंधित मामलों से खुद को अलग कर लूं. मैं आपको आश्वस्त करना चाहती हूं कि मैंने इन मामलों पर पूरी पारदर्शिता और अधिकारियों की सलाह के साथ काम किया है और करती आ रही हूं.’’

सिद्दीक ने लेबर सरकार और ‘राष्ट्रीय नवीनीकरण और परिवर्तन’ के अपने एजेंडे के प्रति अपनी वफादारी पर जोर दिया. पत्र में आगे कहा गया है, ‘‘हालांकि, यह स्पष्ट है कि ट्रेजरी के आर्थिक सचिव के रूप में मेरी भूमिका जारी रखना सरकार के काम से ध्यान भटकाने वाला हो सकता है. मेरी निष्ठा हमेशा इस लेबर सरकार और राष्ट्रीय नवीनीकरण और परिवर्तन के कार्यक्रम के प्रति रहेगी. इसलिए मैंने अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है.’’