वॉशिंगटन. एक तरफ पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है, वहीं दूसरी तरफ अफगान तालिबान उसे मुश्किल में डाल रहा है. अब अमेरिका भी पाकिस्तान को बड़ा झटका देने की तैयारी कर रहा है. दरअसल, अमेरिकी संसद में एक सांसद ने एक विधेयक पेश किया है, जिसमें पाकिस्तान का गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा समाप्त करने का प्रस्ताव है. प्रभावशाली रिपब्लिकन सांसद एंडी बिग्स ने कांग्रेस में एक विधेयक पेश किया है.
विधेयक में कहा गया है कि जब तक पाकिस्तान और हक्कानी नेटवर्क की जुगलबंदी रहेगी, तब तक राष्ट्रपति को पाकिस्तान को गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा देने वाला प्रमाणपत्र जारी नहीं करना चाहिए. विधेयक में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान को हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तानी धरती से अपनी गतिविधियां जारी रखने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. पाकिस्तान को हक्कानी नेटवर्क की गतिविधियों को रोकने के लिए अफगान सरकार के साथ मिलकर काम करने को भी कहा जाना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि 2004 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने अल-कायदा और तालिबान से लड़ने के लिए पाकिस्तान को गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा दिया था. इसके तहत पाकिस्तान को अमेरिका से रियायती हथियार, हथियारों की बिक्री में रियायतें और ऋण कार्यक्रम मिल रहा है. इस दर्जे के तहत पाकिस्तान संयुक्त राज्य अमेरिका से आधुनिक हथियार खरीदने का भी पात्र है.
इसके तहत पिछले दो दशकों में अमेरिका ने पाकिस्तान को अरबों डॉलर की आर्थिक सहायता और आधुनिक हथियार मुहैया कराए हैं, लेकिन पाकिस्तान ने आतंकवाद से लड़ने के बजाय इस सहायता का इस्तेमाल उसे और विकसित करने तथा भारत के खिलाफ करने में किया है. अल-कायदा का नेता ओसामा बिन लादेन, जिससे लड़ने के लिए पाकिस्तान को अरबों डॉलर मिले थे, पाकिस्तान में ही पकड़ा गया. यही कारण है कि पाकिस्तान की गैर-नाटो सहयोगी स्थिति समाप्त करने की मांग हो रही है. एंडी बिग्स ने पहली बार जनवरी 2019 में अमेरिकी संसद के निचले सदन में यह विधेयक पेश किया था. हालांकि, तब से इस विधेयक पर बहुत कम प्रगति हुई है और न ही यह संसद द्वारा पारित किया गया है. अब एक बार फिर एंडी बिग्स ने यह विधेयक पेश किया है.
डोनाल्ड ट्रम्प 2020 के चुनाव में हार के बाद गुरुवार को पहली बार यूएस कैपिटल पहुंचे. ट्रम्प ने यूएस कैपिटल में पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने चार वर्षों के बाद अमेरिकी कैपिटल में लौटने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. इस दौरान ट्रम्प ने बंद दरवाजों के पीछे रिपब्लिकन सांसदों से भी मुलाकात की. इन बैठकों में ट्रम्प ने पार्टी नेताओं के साथ संसद में पार्टी की भावी रणनीति पर चर्चा की. ट्रम्प को 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेनी है.
ट्रम्प ने पार्टी सांसदों के साथ कनाडा, पनामा, ग्रीनलैंड, कैलिफोर्निया में लगी आग और उत्तरी डकोटा में बाइसन खेल के बारे में भी चर्चा की. ट्रम्प प्रशासन में रिपब्लिकन पार्टी की प्राथमिकताओं में कर कटौती, सीमा सुरक्षा, अवैध आप्रवासियों को निर्वासित करना तथा तेल एवं गैस उत्पादन में वृद्धि शामिल होगी.