बांग्लादेश सरकार ने इस्कॉन के धर्मगुरू चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को किया गिरफ्तार, हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ किया था प्रदर्शन

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 25-11-2024
Chinmay Krishna Das Prabhu
Chinmay Krishna Das Prabhu

 

ढाका. बांग्लादेश पर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन करने पर इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है. बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को ढाका एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया है. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने उन्हें राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया है.

चिन्मय कृष्ण दास प्रभु ने 22 नवंबर को बांग्लादेश के रंगपुर में हिंदुओं के समर्थन में रैली की थी. माना जा रहा है कि इसी की वजह से चिन्मय कृष्ण प्रभु पर ये कार्रवाई की गई है. इस रैली में हिंदुओं पर हो रहे हमलों का विरोध किया गया था.

बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार लगातार अल्पसंख्यकों को खासकर के हिंदुओं को प्रताड़ित किए जा रही है. बीएनपी के सहयोग से कट्टरपंथी जमात ए इस्लामी खुलेआम इस्कॉन और इस्कॉन भक्तों की हत्या करने की धमकियां दे रही है. इसी के खिलाफ बांग्लादेश इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास प्रभु ने बांग्लादेशी हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर सरकार पर हिंदुओं को आपस में बांटने की साजिश रचने का आरोप लगाया था.

बांग्लादेश के मेहरपुर में इस्कॉन मंदिर पर हमले को लेकर चिन्मय प्रभु ने हिंदू मंदिरों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए कहा था कि चटगांव में तीन मंदिर खतरे में है, लेकिन हिंदू समुदाय के कुछ लोगों ने मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों के साथ मिलकर अब तक मंदिरों को बचाया हुआ है. उन्होंने यह भी कहा था कि कई हिंदू और अल्पसंख्यक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के रास्ते भारत जा रहे हैं.

इस साल अक्टूबर के महीने में चिन्मय कृष्ण दास प्रभु पर बांग्लादेश सरकार ने देशद्रोह का आरोप लगाया था. हिंदू संगठन से जुड़े कई अन्य लोगों पर भी केस दर्ज हुए थे. खास बात यह है कि बांग्लादेश में चिन्मय प्रभु के अलावा 19 अन्य हिंदू संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी कई मामले दर्ज किए गए हैं.