ढाका. मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने शनिवार को सुनामगंज जिले के दोराबाजार इलाके में हिंदू समुदाय के घरों और दुकानों और स्थानीय लोकनाथ मंदिर में तोड़फोड़ और नुकसान पहुंचाने के आरोप में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है.
3दिसंबर को सुनामगंज जिले के निवासी आकाश दास द्वारा फेसबुक पर की गई पोस्ट से जिले में तनाव फैल गया. हालांकि उन्होंने पोस्ट को डिलीट कर दिया, लेकिन स्क्रीनशॉट व्यापक रूप से फैल गए, जिससे इलाके में हिंसा भड़क गई. बयान में कहा गया है कि स्थानीय पुलिस ने दास को तुरंत गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताओं के चलते पुलिस ने उन्हें दूसरे थाने में स्थानांतरित कर दिया.
पुलिस ने कहा कि उस दिन भीड़ ने हिंदू समुदाय के घरों, दुकानों और स्थानीय लोकनाथ मंदिर में तोड़फोड़ और नुकसान पहुंचाया. जिले के एसपी, डीसी, सेना और पुलिस की मौजूदगी में स्थिति को नियंत्रण में लाया गया. पुलिस ने घटना में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली है और आज 150से 170लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें 12लोगों को वादी बनाया गया है.
बयान में कहा गया है कि इस घटना में गिरफ्तार किए गए लोगों में अलीम हुसैन (19), सुल्तान अहमद राजू (20), इमरान हुसैन (31) और शाहजहां हुसैन (20) शामिल हैं. यह गिरफ्तारी भारतीय विदेश सचिव के बांग्लादेश दौरे के कुछ दिनों बाद हुई है.
बांग्लादेश दौरे के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने ढाका में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने हाल के घटनाक्रमों पर भी चर्चा की और मैंने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण से संबंधित चिंताओं से अवगत कराया. हमने सांस्कृतिक और धार्मिक संपत्तियों पर हमलों की खेदजनक घटनाओं पर भी चर्चा की... मैंने इस बात पर जोर दिया कि भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक, रचनात्मक और पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध चाहता है. मैंने आज बांग्लादेश प्राधिकरण की अंतरिम सरकार के साथ मिलकर काम करने की भारत की इच्छा को रेखांकित किया है.’’
सूत्रों ने बताया कि मिसरी ने इस सप्ताह की शुरुआत में विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति के सदस्यों को ‘भारत-बांग्लादेश संबंधों के भविष्य’ पर जानकारी दी और बताया कि पड़ोसी देश ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है.