नागपुर. महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने सोमवार को बाबा सिद्दीकी की हत्या को महाराष्ट्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने अल्पसंख्यक समुदायों और बॉलीवुड से आग्रह किया कि अगर उन्हें कोई खतरा हो तो वे सरकार से मदद लें. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस ऐसे बदमाशों से निपटने में सक्षम है.
खान ने कहा, ‘‘बाबा सिद्दीकी की हत्या महाराष्ट्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. कहा जा रहा है कि जो भी अभिनेता सलमान खान का समर्थन करेगा या उनके संपर्क में रहेगा, उसका हश्र (बाबा सिद्दीकी जैसा) होगा. सभी अल्पसंख्यक समुदाय और बॉलीवुड के लोग अगर आपको ऐसी कोई धमकी मिलती है तो कृपया प्रशासन से संपर्क करें. मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार उनके साथ है...अगर आप महाराष्ट्र के इतिहास पर नजर डालें, तो आप देख सकते हैं कि पुलिस ने महाराष्ट्र में गैंगवार को कैसे खत्म किया...महाराष्ट्र पुलिस ऐसे बदमाशों को सबक सिखाने में सक्षम है.’’
इससे पहले दिन में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में पुणे से प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार किया था. मुंबई पुलिस के अनुसार प्रवीण शुबू लोनकर का भाई है, जिसने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने हत्या की जिम्मेदारी ली है. शुबू लोनकर फिलहाल फरार है. पुलिस का कहना है कि प्रवीण लोनकर ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों को पुणे में पनाह दी थी.
अधिकारियों ने कहा कि इस बीच, मुंबई पुलिस ने हत्या के मामले में आरोपी धर्मराज कश्यप का अस्थिकरण परीक्षण किया और पुष्टि की कि वह नाबालिग नहीं है. अस्थिकरण परीक्षण एक चिकित्सा प्रक्रिया है जो हड्डी के संलयन की डिग्री का विश्लेषण करके किसी व्यक्ति की उम्र का अनुमान लगाती है और आमतौर पर उम्र निर्धारण के लिए इसका उपयोग किया जाता है. परीक्षण के परिणामों के बाद, कश्यप को अदालत में पेश किया गया, जिसने 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया.
मुंबई की एस्प्लेनेड कोर्ट ने कश्यप के वकील द्वारा दावा किए जाने के बाद अस्थिकरण परीक्षण का आदेश दिया था कि वह नाबालिग है. अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी की पहचान प्रवीण लोनकर (28) के रूप में हुई है, जो शुभम लोनकर का भाई है, जो साजिश में शामिल है. अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने कथित तौर पर सिद्दीकी की हत्या की साजिश में धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम को शामिल किया था. एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की निर्मल नगर स्थित उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई. रविवार को मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.