तेल अवीव. इजरायली बलों ने गाजा पर अपने हमले तेज कर दिए हैं. एक स्कूल और कई घरों को निशाना बनाया है, जिसके परिणामस्वरूप पिछले 24घंटों में कम से कम 62लोगों की मौत हो गई है. यह घटनाक्रम संभावित युद्ध विराम समझौते के आसन्न होने की रिपोर्ट के बावजूद हुआ है.
अल जजीरा के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल सीसी सहित मध्यस्थों ने इजरायल और हमास से समझौते को समाप्त करने के लिए एक संयुक्त आह्वान जारी किया.
हालांकि, स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है, हजारों इजरायली तेल अवीव में रैली कर रहे हैं और एक ऐसे समझौते की मांग कर रहे हैं जो गाजा में बंदियों की रिहाई सुनिश्चित करेगा, जबकि सैकड़ों अन्य ने युद्ध को जारी रखने की मांग करते हुए यरुशलम में मार्च किया.
इस बीच, गाजा की स्थिति के संबंध में दोहा में बातचीत की जा रही युद्ध विराम-बंधक समझौते के पहले चरण में हमास द्वारा 33बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद है, ब्छछ ने मंगलवार को दो इजरायली अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट दी.
सीएनएन के अनुसार, इजरायल का मानना है कि 33बंधकों में से अधिकांश जीवित हैं. हालांकि कुछ मृत बंधकों को भी प्रारंभिक रिहाई में शामिल किया जा सकता है. हमास और उसके सहयोगियों ने अभी भी 94बंधकों को बंधक बना रखा है, जिनमें से कम से कम 34के बारे में माना जाता है कि वे 7अक्टूबर, 2023के हमलों के बाद मर चुके हैं. दोनों पक्ष समझौते को अंतिम रूप देने के करीब हैं.
नवीनतम प्रस्तावों में इजरायली सेना द्वारा पहले चरण के दौरान मिस्र-गाजा सीमा पर फिलाडेल्फिया कॉरिडोर पर मौजूदगी बनाए रखना और गाजा के अंदर बफर जोन के आकार पर बातचीत भी विवाद का विषय रही है. हमास जहाँ सीमा से 300-500मीटर का क्षेत्र चाहता है, वहीं इजरायल 2,000मीटर का क्षेत्र चाहता है. इस योजना में उत्तरी गाजा के निवासियों को वापस लौटने की अनुमति देना भी शामिल है, लेकिन अनिर्दिष्ट सुरक्षा उपायों के साथ और इजरायलियों की हत्या से जुड़े फिलिस्तीनी कैदियों को वेस्ट बैंक में नहीं बल्कि गाजा या अन्य देशों में छोड़ा जाएगा, सीएनएन ने इजरायली अधिकारी का हवाला देते हुए बताया.
विशेष रूप से, इजरायल ने 7अक्टूबर, 2023के हमलों के बाद गाजा में हमास के खिलाफ अपने सैन्य अभियान शुरू किए.
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7अक्टूबर, 2023से गाजा में इजरायल के नरसंहार में कम से कम 46,707फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 110,265घायल हुए हैं.
अल जजीरा (एएनआई) के अनुसार, उस दिन हमास के नेतृत्व वाले हमलों के दौरान इजरायल में कम से कम 1,139लोग मारे गए और 200से अधिक बंदी बनाए गए.