मध्य प्रदेश: जमात-ए-इस्लामी हिंद की महिला इकाई ने शुरू किया ‘नैतिकता, स्वतंत्रता का आधार’ अभियान

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 02-09-2024
Women leaders of Jamaat-e-Islami Hind
Women leaders of Jamaat-e-Islami Hind

 

भोपाल. जमात-ए-इस्लामी हिंद की महिला विंग द्वारा एक महीने का राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया जा रहा है. इस अभियान का विषय है ‘नैतिकता, स्वतंत्रता का आधार है.’ अभियान का उद्देश्य लोगों में जागरूकता पैदा करना और उन्हें बताना है कि सच्ची स्वतंत्रता क्या है और इसे नैतिकता से कैसे जोड़ा जाए. मध्य प्रदेश में इस अभियान की शुरुआत रविवार को भोपाल में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से हुई, जिसमें जमात-ए-इस्लामी हिंद, भोपाल की नाजिम, महनाज ने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार की मानसिकता महामारी की तरह फैल चुकी है जो हमारे देश की शांति और विकास को प्रभावित कर रही है. इस अभिशाप का मुख्य कारण स्वतंत्रता के नाम पर नैतिक मूल्यों का ह्रास है.

महनाज ने कहा कि समाज में नैतिक मूल्यों की कमी, महिलाओं को वस्तु के रूप में देखना, यौन शोषण और दुर्व्यवहार, वेश्यावृत्ति, विवाहेतर संबंध, शराब और नशीली दवाओं का बढ़ता उपयोग आदि समस्याएं उत्पीड़न और शोषण को जन्म देती हैं. इसी तरह, यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई),गर्भपात, यौन हिंसा और बलात्कार में वृद्धि के अलावा, पारिवारिक इकाई का टूटना और बेशर्मी का प्रचलन समाज के नैतिक ताने-बाने को तेजी से खत्म कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि जमात-ए-इस्लामी हिंद का महिला विभाग समाज में फैल रही विभिन्न प्रकार की नैतिक बुराइयों को लेकर चिंतित है और हमने इन बुराइयों के बारे में पूरे एक महीने तक जागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया है. महनाज ने कहा कि यह अभियान इसी श्रृंखला की एक कड़ी है.

अभियान की राज्य स्तरीय संयोजक राफिया ने कहा कि अभियान का उद्देश्य नैतिक मूल्यों के ह्रास के कारण सामने आ रही बेलगाम आजादी के भयानक परिणामों से समाज को आगाह करना है. महिलाओं के प्रति दिन-प्रतिदिन बढ़ते अपराध हमें यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या हम वास्तव में स्वतंत्र और सुरक्षित हैं? आजादी का मतलब हिंसक होना, दूसरों के अधिकारों का हनन करना, महिलाओं का शोषण और अन्याय नहीं है. इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा और महिलाओं के प्रति समाज की मानसिकता को सही दिशा देना है.

महिला विभाग, भोपाल की प्रभारी हबीबा मलिक ने कहा कि ईश्वर ने इस धरती को न्याय पर स्थापित किया है और उस प्रभु की मंशा के अनुसार जब तक यह धरती और इसकी व्यवस्था चलती रहे, तब तक न्याय होना चाहिए. जिस प्रकार ईश्वर ने सभी मनुष्यों को हवा, पानी, आजीविका प्रदान की है, उसी प्रकार नैतिकता और नैतिक गुण भी ईश्वर ने सभी मनुष्यों को दिए हैं, इस अभियान का एक उद्देश्य यह भी है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने अंदर इन नैतिक मूल्यों को पहचाने और उसके अनुसार उसका पालन करे. न्याय ईश्वर की मंशा है और न्याय करना ईश्वर के समक्ष उच्च स्थान प्राप्त करने का कार्य है.

‘नैतिकता स्वतंत्रता का आधार है‘ शीर्षक से राष्ट्रव्यापी अभियान के बारे में बात करते हुए, जमात-ए-इस्लामी की मध्य प्रदेश इकाई की मीडिया सह-प्रभारी रजिया मसूद ने कहा, ‘‘इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि नैतिक मूल्यों का पालन करके ही वास्तविक जीवन और स्थायी स्वतंत्रता प्राप्त की जा सकती है. इस अभियान का उद्देश्य जाति, समुदाय, रंग और नस्ल, लिंग, धर्म और क्षेत्र के भेदभाव के बिना सभी के लिए बुनियादी जरूरतों को पूरा करने और बुनियादी अधिकारों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक स्वतंत्रता सुनिश्चित करना है.’’

अभियान के दौरान राष्ट्रीय, राज्य, जिला और जमीनी स्तर पर शिक्षाविदों, परामर्शदाताओं, वकीलों, धार्मिक विद्वानों और सामुदायिक नेताओं को शामिल करते हुए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. छात्रों और युवाओं को सच्ची स्वतंत्रता और नैतिक मूल्यों से परिचित कराने के लिए परिसर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. श्रीमती रजिया मसूद ने कहा कि विभिन्न धर्मों के विद्वानों को शामिल करते हुए विशेष कार्यक्रम हर धर्म और संस्कृति में सामान्य नैतिक मूल्यों पर सार्वजनिक चर्चा के लिए आयोजित किए जाएंगे.