गणतंत्र दिवस की झांकी में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का जश्न मनाएगी ‘लखपति दीदी’ योजना

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 23-01-2025
‘Lakhpati Didi’ scheme to celebrate economic empowerment of women in Republic Day tableau
‘Lakhpati Didi’ scheme to celebrate economic empowerment of women in Republic Day tableau

 

नई दिल्ली
 
इस गणतंत्र दिवस पर ग्रामीण विकास मंत्रालय अपनी प्रभावशाली ‘लखपति दीदी’ योजना को कर्तव्य पथ पर एक जीवंत झांकी के माध्यम से प्रदर्शित करने के लिए तैयार है, जो आर्थिक स्वतंत्रता की ओर महिलाओं की परिवर्तनकारी यात्रा का जश्न मनाएगी.
 
स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में महिलाओं के लिए न्यूनतम 1 लाख रुपये की वार्षिक आय सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई यह योजना अब सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई है, क्योंकि 1.15 करोड़ से अधिक महिलाओं ने यह उपलब्धि हासिल की है.
 
झांकी उन महिला उद्यमियों की भूमिका को उजागर करेगी, जिन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) जैसी सरकारी पहलों के माध्यम से अपने जीवन को बदल दिया है, ग्रामीण विकास और गरीबी उन्मूलन में योगदान दिया है. इस वर्ष की झांकी का विषय उद्यमिता, आत्मनिर्भरता और शिक्षा के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण पर केंद्रित है, जिसमें एक शक्तिशाली बैनर लिखा है, “सशक्त महिलाएँ, समृद्ध परिवार, मजबूत राष्ट्र.”
 
झांकी के सामने, पैसों की गड्डी पकड़े हुए 'लखपति दीदी' की प्रतीकात्मक मूर्ति वित्तीय आत्मनिर्भरता का प्रतिनिधित्व करेगी. इसके चारों ओर हस्तशिल्प, डेयरी फार्मिंग, बुनाई, लघु उद्योग और कृषि जैसी गतिविधियों में लगी विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की आकृतियाँ होंगी. झांकी में कंप्यूटर का उपयोग करती महिलाओं को भी दिखाया जाएगा, जो ग्रामीण विकास में डिजिटल साक्षरता के एकीकरण का प्रतीक है. ग्रामीण भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले रूपांकनों- जैसे मिट्टी के बर्तन, स्थानीय शिल्प और क्षेत्रीय वनस्पतियाँ- झांकी को फ्रेम करेंगी, जो देश की जमीनी संस्कृति के साथ एक समृद्ध दृश्य संबंध बनाती हैं. 
 
इन चित्रणों के माध्यम से, झांकी का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने वाली विविध आर्थिक गतिविधियों पर प्रकाश डालना है. प्रतिभागियों में से एक रुचि ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "हम लखपति दीदी योजना को उजागर करने के लिए एक झांकी का आयोजन कर रहे हैं. हमारा लक्ष्य इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाना है ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें." एक अन्य प्रतिभागी, जो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का किरदार निभा रही हैं, ने कहा, "हम लखपति दीदी योजना के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि लोग समझ सकें कि वे इस अवसर का लाभ कैसे उठा सकते हैं."
 
'लखपति दीदी' योजना, जो सदस्य को एक ऐसी महिला के रूप में परिभाषित करती है जो कम से कम चार व्यावसायिक चक्रों या कृषि मौसमों में 10,000 रुपये या उससे अधिक की स्थिर मासिक आय के साथ सालाना 1 लाख रुपये से अधिक कमाती है, ग्रामीण भारत में महिला सशक्तिकरण के लिए सबसे महत्वाकांक्षी पहलों में से एक है. 2 करोड़ 'लखपति दीदी' स्थापित करने के लक्ष्य के साथ, यह योजना व्यावसायिक प्रशिक्षण, कौशल विकास और स्थायी राजस्व-उत्पादक गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण परिवारों के उत्थान के लिए बनाई गई है.
 
प्रशिक्षित सामुदायिक संसाधन व्यक्तियों के समर्थन के माध्यम से, इस कार्यक्रम में महिलाओं को आजीविका नियोजन पर मार्गदर्शन मिलता है, जो आगे के अवसरों के लिए संसाधनों से डिजिटल रूप से जुड़ा होता है, जिससे दीर्घकालिक आर्थिक विकास और स्थिरता सुनिश्चित होती है. 'लखपति दीदी' योजना बाधाओं को तोड़ती रहती है, वित्तीय स्वतंत्रता का मार्ग प्रदान करती है और ग्रामीण भारत में महिलाओं के लिए कहानी बदलती है.
 
गणतंत्र दिवस परेड 2025 भारत की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य शक्ति का अनूठा मिश्रण होगा, जिसमें संविधान के लागू होने के 75 वर्ष और जनभागीदारी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
 
इस वर्ष, विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों का प्रतिनिधित्व करने वाली कुल 31 झांकियाँ भाग लेंगी, जो "स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास" थीम पर आधारित होंगी. राष्ट्रगान के बाद, भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आधिकारिक लोगो वाले बैनरों से सजे गुब्बारे छोड़े जाएँगे. कार्यक्रम का समापन 47 विमानों के फ्लाईपास्ट के साथ होगा.