नई दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, सेंट्रल रेलवे ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22223) को पूरी तरह से महिला क्रू द्वारा संचालित किया. यह ट्रेन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से साईं नगर शिरडी के लिए रवाना हुई, जिसमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, टिकट परीक्षक (टीसी) और ट्रेन होस्टेस सभी महिलाएं थीं.
इस विशेष अवसर पर, सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) स्वप्निल नीला ने बताया कि भारतीय रेलवे ने हमेशा महिलाओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास किया है.
उन्होंने कहा, "इसी पहल के तहत अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, सीएसएमटी-शिरडी वंदे भारत एक्सप्रेस को भारतीय रेलवे की सभी महिला क्रू ने संचालित किया, जिसमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, टीसी और ट्रेन होस्टेस शामिल हैं. हम अन्य वंदे भारत ट्रेनों पर भी इसी तरह की पहल करने का प्रयास करेंगे. सेंट्रल रेलवे की मालगाड़ी भी पूरी तरह से महिला क्रू ने संचालित की है."
सेंट्रल रेलवे ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर इस ऐतिहासिक क्षण को साझा करते हुए लिखा, "रेलवे में महिलाओं के लिए एक अग्रणी क्षण. इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर, इतिहास रच दिया गया, जब वंदे भारत एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 22223, सभी महिला चालक दल के साथ सीएसएमटी से रवाना हुई."
यह पहल भारतीय रेलवे में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और लैंगिक समानता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. सेंट्रल रेलवे की इस पहल से न केवल महिला कर्मचारियों का मनोबल बढ़ा है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की सशक्त भूमिका को भी रेखांकित करता है.