रीवा, मध्य प्रदेश. एक ऑटो चालक की बेटी आयशा अंसारी के पिता के पास सीमित संसाधन थे, लेकिन फिर भी उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से डिप्टी कलेक्टर बनने का सफर तय किया. आयशा ने एमपीपीएससी पास कर लिया है. उसका सपना साकार होने वाला है, जल्द ही वह डिप्टी कलेक्टर की कुर्सी पर बैठी नजर आएंगी.
आयशा अंसारी कहती हैं कि मैंने 2020 में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. मैंने एमपीपीसीएस की 4 साल तक तैयारी की. मेरे परिवार और दोस्तों ने मेरा समर्थन किया. उन्होंने कहा कि शिक्षा न केवल मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए बल्कि विश्व के प्रत्येक व्यक्ति के विकास के लिए एक उत्कृष्ट साधन है.
#WATCH | Rewa, Madhya Pradesh | Ayesha Ansari's mother says, "She never asked us for anything... Her father used to motivate her to study..." pic.twitter.com/jE95yhKMlu
— ANI (@ANI) January 19, 2025
इसके माध्यम से ही सम्पूर्ण समाज का विकास हो सकता है. मेरे माता-पिता को स्वयं शिक्षा प्राप्त करने का अवसर नहीं मिला था, वे चाहते थे कि हम जीवन में प्रगति करें और अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनें. आयशा अंसारी की मां का कहना है कि उनकी बेटी ने हमसे कभी कुछ नहीं मांगा. उनके पिता ने उन्हें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया.
आयशा अंसारी के पिता का कहना है कि वह हमेशा पढ़ाई करती रहती थी. इसलिए हमने उसे कभी नहीं रोका, बल्कि उसे जितना पढ़ना चाहती थी उतना पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. उसने सचमुच कड़ी मेहनत की. यह सब उनकी मेहनत का फल था, हमने कुछ नहीं किया. उसने हमसे कभी कुछ नहीं मांगा.