आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए ऐतिहासिक साबित हुए. 27 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भाजपा दिल्ली में सत्ता में लौट रही है. पार्टी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) मात्र 22 सीटों पर सिमट गई. वहीं, कांग्रेस ने लगातार तीसरी बार एक भी सीट नहीं जीती.
अब सवाल यह उठता है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? भाजपा ने अब तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, लेकिन पार्टी में कई वरिष्ठ नेता इस पद के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं. आइए, उन संभावित नामों पर विस्तार से चर्चा करते हैं.
प्रवेश वर्मा: ‘Giant-kille’ की उपाधि पाने वाले नेता
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र प्रवेश वर्मा ने इस चुनाव में भाजपा के लिए सबसे महत्वपूर्ण जीत दर्ज की. उन्होंने नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को हराकर सबको चौंका दिया.
राजनीतिक सफर
2013 में पहली बार महरौली विधानसभा से विधायक चुने गए..
2014 और 2019 में पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद रहे.
2024 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन अब विधानसभा में जीत दर्ज कर एक मजबूत नेता के रूप में उभरे.
मुख्यमंत्री बनने की संभावना:
प्रवेश वर्मा एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से आते हैं और उनकी छवि एक जमीनी नेता की है. केजरीवाल को हराकर उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता को साबित किया है.
विजेंद्र गुप्ता: भाजपा के अनुभवी योद्धा
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके विजेंद्र गुप्ता ने इस बार रोहिणी सीट से आम आदमी पार्टी के प्रदीप मित्तल को हराया, वह 2015 और 2020 में भी इसी सीट से विजयी रहे थे.
राजनीतिक सफर:
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष रह चुके हैं.
विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में प्रभावशाली भूमिका निभाई.
संगठनात्मक क्षमता के लिए जाने जाते हैं.
मुख्यमंत्री बनने की संभावना
गुप्ता का अनुभव और संगठन पर मजबूत पकड़ उन्हें इस पद का प्रबल दावेदार बनाता है.
वीरेंद्र सचदेवा: भाजपा दिल्ली अध्यक्ष और रणनीतिकार
वीरेंद्र सचदेवा भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष हैं और उन्होंने पार्टी की चुनावी रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया. उनके नेतृत्व में भाजपा ने इस बार दिल्ली में ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
राजनीतिक सफर
2023 में भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष बने.
संगठन के प्रति उनकी पकड़ मजबूत है.
भाजपा की चुनावी रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
मुख्यमंत्री बनने की संभावना
चूंकि वे भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष हैं, इसलिए पार्टी नेतृत्व उनके नाम पर विचार कर सकता है. हालांकि, उनकी सीधी राजनीतिक लोकप्रियता अन्य उम्मीदवारों की तुलना में कम है.
हरीश खुराना: पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र
मोती नगर से चुनाव लड़ने वाले हरीश खुराना भाजपा के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के पुत्र हैं..
राजनीतिक सफर
भाजपा के दिल्ली इकाई में सचिव और प्रवक्ता रह चुके हैं.
जनसंपर्क और रणनीतिक कौशल में माहिर हैं.
मुख्यमंत्री बनने की संभावना
वंशानुगत राजनीति और भाजपा के पुराने नेताओं के समर्थन के चलते वे मुख्यमंत्री पद के लिए एक संभावित दावेदार हो सकते हैं.
बांसुरी स्वराज: भाजपा की नई जनरेशन की नेता
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज पहली बार सांसद बनी हैं और नई दिल्ली लोकसभा सीट से जीत हासिल की.
राजनीतिक सफर
सुप्रीम कोर्ट की वकील और भाजपा की प्रवक्ता रही हैं.
2024 में पहली बार नई दिल्ली से सांसद बनीं.
पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के करीबी मानी जाती हैं.
मुख्यमंत्री बनने की संभावना
भले ही वे पहली बार चुनाव जीतकर आई हैं, लेकिन उनकी वंशानुगत पृष्ठभूमि और भाजपा नेतृत्व से नजदीकी उन्हें एक संभावित उम्मीदवार बनाती है.
अन्य संभावित नाम
1. सतीश उपाध्याय: भाजपा का ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं.
2. आशीष सूद: पंजाबी समुदाय के नेता और संगठन में प्रभावशाली भूमिका निभा चुके हैं.
3. जितेंद्र महाजन: वैश्य समुदाय से आते हैं और लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं.
कौन बनेगा दिल्ली का मुख्यमंत्री?
भाजपा ने अब तक अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। पार्टी नेतृत्व इस मुद्दे पर केंद्रीय आलाकमान की राय लेगा.अगर भाजपा जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखती है, तो प्रवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता और वीरेंद्र सचदेवा सबसे मजबूत दावेदार हैं.
वहीं, युवा और नए चेहरे को तरजीह देने की स्थिति में बांसुरी स्वराज का नाम भी सामने आ सकता है.दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा जल्द होने की संभावना है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा किस नेता पर दांव लगाती है.