तेलंगाना बाढ़: जान जोखिम में डाल 9 लोगों को बचाने वाले मेवात के सुभान खान को AIMIM ने किया सम्मानित

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 08-09-2024
Telangana floods: AIMIM honoured Mewat's Subhan Khan who risked his life to save 9 people
Telangana floods: AIMIM honoured Mewat's Subhan Khan who risked his life to save 9 people

 

आवाज द वाॅयस / हैदराबाद

हाल ही में तेलंगाना में आई बाढ़ के दौरान नौ लोगों की जान बचाने वाले सुभान खान को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) ने उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया है. 

AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और पार्टी के अन्य विधायकों ने हैदराबाद के दर्रूश सलाम में सुभान खान से मुलाकात कर उन्हें 51,000 रुपये का चेक भेंट किया. सुभान खान हरियाणा के मेवात जिले के निवासी हैं और उन्होंने खम्मम जिले में बाढ़ के दौरान बहादुरी दिखाते हुए नौ लोगों की जान बचाई थी.
 

AIMIM ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट किया, "हरियाणा के मेवात जिले के निवासी सुभान खान, जिन्होंने बाढ़ के दौरान नौ लोगों की जान बचाई, को AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 51,000 रुपये का चेक भेंट किया.

ओवैसी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री और खम्मम के जिला कलेक्टर से सुभान खान को मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत 2 बीएचके फ्लैट और मुआवजा देने का भी अनुरोध किया."सुभान खान दिव्यांग हैं,  इसके बावजूद उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना मुसीबत में फंसे लोगों की मदद की.

ओवैसी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी और खम्मम के जिला कलेक्टर से आग्रह किया कि सुभान खान को उचित मुआवजा दिया जाए और डबल बेडरूम हाउसिंग योजना के तहत उन्हें 2 बीएचके फ्लैट प्रदान किया जाए.

घटना के दौरान सुभान खान ने भारी बारिश में मुन्नेरू नदी में बुलडोजर चलाकर फंसे हुए लोगों को बचाया. अपनी बहादुरी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "अगर मैं मर भी गया, तो सिर्फ एक जान जाएगी, लेकिन अगर मैं वापस आया तो नौ लोगों की जान बचाऊंगा." उनकी यह हिम्मत और जज्बा तेलंगाना के खम्मम जिले में नौ लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित हुआ.

1 सितंबर को भारी बारिश के कारण मुनीरो नदी के किनारे फंसे लोग मदद की गुहार लगा रहे थे, जब सुभान खान वहां से गुजर रहे थे. उन्हें स्थानीय लोगों ने रुकने के लिए कहा और फंसे हुए लोगों को बचाने का अनुरोध किया. सुभान खान ने बिना देरी किए तुरंत नदी में बुलडोजर चलाया और नौ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला.
 

इस दौरान सरकारी एजेंसियों के सभी प्रयास विफल हो गए थे. यहां तक कि नौसेना द्वारा हेलीकॉप्टर से मदद पहुंचाने की योजना भी अंधेरे और खराब मौसम के कारण संभव नहीं हो सकी. ऐसे में सुभान खान की बहादुरी ने एक असंभव कार्य को मुमकिन बना दिया और उन्हें एक सच्चा नायक साबित कर दिया.

उनके इस साहसिक कार्य की सोशल मीडिया पर भी खूब सराहना हो रही है, जहां लोग उन्हें "जीवित देवदूत" के रूप में देख रहे हैं. सुभान खान की बेटी ने भी एक वायरल वीडियो में अपने पिता को "रियल हीरो" बताया और कहा कि वह गर्व महसूस कर रही हैं कि उनके पिता ने इतने लोगों की जान बचाई.