Year-Ender 2024: वे भारतीय हस्तियाँ जिन्हें हमने 2024 में खो दिया

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 23-12-2024
Remembering the Stars: Indian Celebrities We Lost In 2024
Remembering the Stars: Indian Celebrities We Lost In 2024

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली

वर्ष 2024भारत के सांस्कृतिक, मनोरंजन और राजनीतिक परिदृश्य में कई हृदय विदारक क्षतियों से चिह्नित है. इन दिग्गजों को विदाई देते समय, हम उनके द्वारा छोड़ी गई विरासतों का भी जश्न मनाते हैं. इस वर्ष हमने जिन कुछ सबसे उल्लेखनीय भारतीय हस्तियों को खो दिया, उन्हें श्रद्धांजलि दी गई है.

2024 में हमने जिन भारतीय हस्तियों को खो दिया

रतन टाटा (9 अक्टूबर, 2024)

मृत्यु का कारण: उच्च रक्तचाप के कारण हृदय गति रुकना

महान उद्योगपति और परोपकारी, रतन टाटा का 86वर्ष की आयु में निधन हो गया, उन्होंने भारत के औद्योगिक और परोपकारी क्षेत्रों पर एक अमिट छाप छोड़ी. टाटा समूह के उनके नेतृत्व ने इसे एक वैश्विक महाशक्ति में बदल दिया. मानसिक स्वास्थ्य के कट्टर समर्थक, टाटा की पहल पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती है. हृदय गति रुकने के कारण उनका निधन उच्च रक्तचाप, विशेष रूप से बुजुर्गों में होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों की एक स्पष्ट याद दिलाता है.

ऋतुराज सिंह (20 फरवरी, 2024)

मृत्यु का कारण: हृदय गति रुकना

टेलीविजन अभिनेता ऋतुराज सिंह, जिन्हें बनेगी अपनी बात और दीया और बाती हम जैसे शो में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है, का हृदय गति रुकने से निधन हो गया. मात्र 59वर्ष की आयु में उनके अचानक निधन ने मध्यम आयु वर्ग के व्यक्तियों में हृदय संबंधी समस्याओं के बढ़ते प्रचलन को उजागर किया.

ज़ाकिर हुसैन (15 दिसंबर, 2024)

मृत्यु का कारण: इडियोपैथिक पल्मोनरी फ़ाइब्रोसिस

भारतीय शास्त्रीय संगीत को वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि दिलाने वाले प्रसिद्ध तबला वादक ज़ाकिर हुसैन का इडियोपैथिक पल्मोनरी फ़ाइब्रोसिस नामक एक पुरानी फेफड़ों की बीमारी से निधन हो गया. उनकी बेजोड़ लय और कलात्मकता ने उन्हें कई ग्रैमी पुरस्कारों सहित कई पुरस्कार दिलाए. 73वर्ष की आयु में हुसैन के निधन ने दुनिया भर में भारतीय शास्त्रीय संगीत के दीवानों के लिए एक युग का अंत कर दिया.

पंकज उधास (26 फरवरी, 2024)

मृत्यु का कारण: लंबी बीमारी

अमर ग़ज़लों के पीछे की दिलकश आवाज़, पंकज उधास का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. चिट्ठी आई है जैसे हिट गानों के लिए मशहूर, पद्म श्री पुरस्कार विजेता भारत और विदेशों में ग़ज़ल संगीत को लोकप्रिय बनाने में अग्रणी थे. भारतीय संगीत उद्योग में उनका योगदान हमेशा प्रशंसकों के दिलों में रहेगा.

सुहानी भटनागर (16 फरवरी, 2024)

मृत्यु का कारण: डर्मेटोमायोसिटिस

दंगल में लोगों का दिल जीतने वाली युवा अभिनेत्री सुहानी भटनागर का दुखद निधन सिर्फ़ 19साल की उम्र में हो गया. वह डर्मेटोमायोसिटिस नामक एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी से जूझ रही थीं. उनका असामयिक निधन इस बात की याद दिलाता है कि जीवन की नाजुकता हमारे बीच सबसे कम उम्र के लोगों को भी कैसे छू सकती है.

शारदा सिन्हा (5 नवंबर, 2024)

मृत्यु का कारण: रक्त विषाक्तता संबंधी जटिलताएँ

बिहार की प्रतिष्ठित आवाज़ शारदा सिन्हा का रक्त विषाक्तता संबंधी जटिलताओं के कारण निधन हो गया. भोजपुरी, मैथिली और हिंदी संगीत में उनके योगदान के लिए जानी जाने वाली, उन्हें प्यार से 'बिहार कोकिला' कहा जाता था. भारतीय परंपराओं में निहित उनके गीत आने वाली पीढ़ियों के लिए उत्सव और सांस्कृतिक समारोहों का हिस्सा बने रहेंगे.