फरहान इसराईली/ जयपुर
राजस्थान में कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना मोहम्मद फजल उर रहीम पर वक्फ की जमीनों पर कब्जा करने और उन्हें अवैध रूप से बेचने, मिनी पाकिस्तान बसाने, करोड़ों रुपए की वक्फ, ट्रस्ट और मंदिरों की जमीनों पर फर्जी दस्तावेज बनाकर कब्जा करने और उन्हें बेचकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाएहैं
.इसको लेकर जयपुर मे एक होटल में मौलाना मोहम्मद फजल उर रहीम ने अपना पक्ष रखते हुए सभी आरोपो को बेबुनियाद बताया.ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद फजलुर्रहीम ने प्रेस वार्ता कर भाजपा नेता डॉ किरोड़ी लाल मीणा द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया.
उनके वकील ने किरोड़ी लाल मीणा द्वारा लगाए गए आरोपों पर सिलसिलेवार जवाब दिया.साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किरोड़ीलाल मीणा के बयान और फजलुर्रहीम पर आरोप राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हैं.प्रेस वार्ता में मोहम्मद फजलुर्रहीम ने कहा कि डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने उन पर झूठे आरोप लगाए हैं.जो बातें उन्होंने कही हैं उनसे जुड़े कई मामले कोर्ट में चल रहे हैं.इसके बाद उनके वकील एमए खान ने फजलुर्रहीम पर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया.
फजलुर्रहीम के लीगल एडवाइजर एमए खान बोले, किरोड़ीलाल मीणा ने मीडिया को एक वीडियो दिखाया था.इसके आधार पर उन्होंने मोहम्मद फजलुर्रहीम पर मुसलमानों को भड़काने का आरोप लगाया है.वह वीडियो फजलुर्रहीम का नहीं बल्कि जियाउर्रहीम का है.हालांकि, जियाउर्रहीम इनके भाई हैं.लेकिन उनके गलत काम के लिए हम जवाबदेह नहीं हैं.
उन्होंने (जियाउर्रहीम ने) यह बेहूदा और वाहियात बयान दिया है.उनके वीडियो को किरोड़ीलाल मीणा ने जान-बूझकर फजलुर्रहीम का बताया है.क्योंकि ये ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी हैं और वक्फ अमेंडमेंट बिल का विरोध कर रहे हैं.इस बिल में जो गैर-कानूनी बातें हैं, उसका विरोध कर रहे हैं.
नया पाकिस्तान बसाने का बयान बचकाना
किरोड़ीलाल मीणा के सडवा मोड पर नया पाकिस्तान बसाने के बयान को उन्होंने हलके स्तर का, बेहूदा और बचकाना बताया.उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है.भारत के किसी भी हिस्से को पाकिस्तान बताना राष्ट्रद्रोह है.कर्नाटक हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश ने मुस्लिम बाहुल्य इलाके को पाकिस्तान कहकर संबोधित किया था.सुप्रीम कोर्ट के पांच जज की बेंच ने हाईकोर्ट के जज से इस मामले में लिखित माफीनामा लिया और अपने फैसले में उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रविरोधी बयान है.
हम भाजपा नेताओं से भी मिल रहे
उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी की हैसियत से वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के सिलसिले में फजलुर्रहीम विभिन्न नेताओं से मिल रहे हैं.इसमें भड़काने जैसी कोई बात नहीं है.किरोड़ीलाल मीणा ने आरोप लगाया है कि ये कांग्रेस नेताओं से मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ साजिश रच रहे हैं.जबकि वक्फ संशोधन बिल पर विमर्श के लिए बनी जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने भी इन्हें बुलाया था.ये दो बार उनसे भी मिले हैं.वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा की है.
जामिया हिदायत की संपत्ति कोई नहीं बेच सकता
एमए खान ने कहा, 30सितंबर को डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झूठे आरोप लगाए हैं.पहला आरोप है कि जामिया हिदायत की वक्फ संपत्तियों को मोहम्मद फजलुर्रहीम बेच रहे हैं.यह गलत आरोप है.जामिया हिदायत की ज्यादातर संपत्तियां मोहम्मद फजलुर्रहीम ने खरीदी हैं.उनका वक्फ के तहत इंद्राज करवाया गया है.
इनमें से कुछ संपत्तियों को लेकर इनके भाई जियाउर्रहीम, नदीम रहीम, रिजवान फाहिद रहीम और शकील फर्जी इकरारनामे संपत्तियों की फर्जी खरीद-फरोख्त और जबरन कब्जे के लिए करना चाह रहे हैं.जिसे लेकर जयसिंहपुरा खोर थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया गया है.फजलुर्रहीम ने कोई जमीन नहीं बेची है.हमने अखबार में सार्वजनिक नोटिस भी जारी करवाए हैं.खुद फजलुर्रहीम भी जामिया हिदायत की संपत्ति नहीं बेच सकते हैं.
मंदिर माफी की जमीन से हमारा कोई लेना-देना नहीं
किरोड़ीलाल मीणा का आरोप है कि 1400 बीघा मंदिर माफी की जमीन फजलुर्रहीम ने बेच दी.यह भी झूठा आरोप है.मानपुर सड़वा में फजलुर्रहीम ने जामिया हिदायत के लिए जमीन पट्टेदारों से खरीदी है.जिसे राजस्व रिकॉर्ड में जामिया के नाम दर्ज करवाया गया है.इस जमीन का मंदिर माफी की जमीन से कोई लेना-देना नहीं है.यह आरोप झूठा है.
किरोड़ीलाल ने यह भी आरोप लगाया कि फजलुर्रहीम ने 1400बीघा जमीन पर बूचड़खाने खोल दिए और मस्जिद बनवा दी और मुसलमानों को बसा दिया.यह आरोप भी झूठा है.जिस जमीन का यहां जिक्र किया गया है.उसमें से 152बीघा जमीन जामिया हिदायत ने पट्टेदारों से खरीदी थी.उस 1400 बीघा जमीन को सरकार ने गलत तरीके से पुलिस और सीआरपीएफ को अलॉट किया था.
जिसे लेकर कोर्ट में केस चल रहा है.जो जमीन इन्होंने खरीदी है, वह भी ओपन लैंड है.वहां किसी भी तरह का कोई निर्माण नहीं किया गया है.
किरोड़ी लाल मीणा ने मौलाना फजल उर रहीम और वक्फ बोर्ड पर गंभीर आरोपलगाए
कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना मोहम्मद फजल उर रहीम पर वक्फ की जमीनों पर कब्जा करने और उन्हें अवैध रूप से बेचने के 30सितंबर सोमवार को भाजपा मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान यह आरोप लगाए थे.डॉ. मीणा ने बताया था कि फजल उर रहीम ने करोड़ों रुपए की वक्फ, ट्रस्ट और मंदिरों की जमीनों पर फर्जी दस्तावेज बनाकर कब्जा किया और उन्हें बेचकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की,
मीणा ने प्रेस वार्ता में कहा था कि मौलाना फजल उर रहीम और उनके सहयोगियों ने वक्फ संपत्तियों पर फर्जी दस्तावेज बनाकर कब्जा किया और करोड़ों की संपत्ति बनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि फजल उर रहीम ने खाड़ी देशों से ट्रस्ट के नाम पर भारी मात्रा में धन प्राप्त किया और उसका दुरुपयोग किया.मीणा ने कहा कि आम मुसलमानों को पता ही नहीं है कि उनके आका उनके ही समुदाय की संपत्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं.
डॉ. मीणा ने आरोप लगाया कि फजल उर रहीम कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर देश के मुसलमानों को भड़का रहे हैं.उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल 2024का विरोध करने के लिए फजल उर रहीम, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सलमान खुर्शीद, शरद पवार और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से मिले हैं.इन नेताओं का उद्देश्य मुसलमानों को भड़काना और हिंसा के लिए उकसाना है.उन्होंने यह भी कहा कि ये नेता QR कोड के जरिए मुसलमानों को गुमराह कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ साजिश कर रहे हैं.
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने एक और गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मौलाना फजल उर रहीम और उनके भाई जिया उर रहीम ने फर्जी दस्तावेज बनाकर जयपुर और अहमदाबाद में स्थित जामिया हिदायत ट्रस्ट और मौलाना अब्दुल रहीम एजुकेशनल ट्रस्ट की करीब 18से 20बीघा जमीन को करोड़ों रुपए में बेचा.इसके बाद उन्होंने अवैध कॉलोनियों का निर्माण किया और समुदाय विशेष के लोगों को वहां बसाया.
उन्होंने कहा कि फजल उर रहीम और उनके सहयोगियों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी अवहेलना की.कोर्ट द्वारा जारी यथास्थिति के आदेश के बावजूद उन्होंने जयपुर के पास किशनपुरा और आमेर गांव में करीब 900 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया और उसे बेचकर धर्म विशेष के लोगों को वहां बसाया.डॉ. मीणा ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के दौरान इन अवैध कॉलोनियों को बसाने की अनुमति दी गई, जिससे जयपुर के पास एक “मिनी पाकिस्तान” बन गया.