फरहान इसराइली /जयपुर
जयपुर में आयोजित होने जा रहा पिंक फेस्ट कला, संगीत और संस्कृति के प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक और अद्वितीय अवसर होगा. यह उत्सव विशेष रूप से ध्रुवपद संगीत, भारतीय कला और सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करने के लिए समर्पित है.
पिंक फेस्ट 2025 का प्रमुख आकर्षण ध्रुवपद संगीत होगा, जिसे भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्राचीन और दुर्लभ शैलियों में से एक माना जाता है. इस उत्सव का शीर्षक "अनुगूंज" रखा गया है, जो उस्ताद इमामुद्दीन खान डागर इंडियन म्यूजिक, आर्ट एंड कल्चर सोसाइटी और डागर आर्काइव म्यूज़ियम द्वारा आयोजित किया जाएगा.
उस्ताद इमामुद्दीन खान डागर का नाम ध्रुवपद संगीत की दुनिया में प्रतिष्ठित और सम्मानित है. वे इस प्राचीन शैली को जीवित रखने और उसे आगे बढ़ाने में लगातार प्रयासरत रहे हैं. उस्ताद इमामुद्दीन खान डागर के योगदान को न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है.
उनका कार्य भारतीय संगीत की शास्त्रीय धारा में गहरे असर छोड़ता है, और उनकी विद्वता व समर्पण ने ध्रुवपद संगीत को समकालीन संदर्भ में पुनर्जीवित किया है.इस पिंक फेस्ट में उस्ताद इमामुद्दीन खान डागर के कार्य और उनकी कला के प्रति समर्पण को प्रमुखता से प्रस्तुत किया जाएगा. उनके मार्गदर्शन में उनके शिष्य और अन्य कलाकार इस शैली को नया आयाम देने के लिए एक साथ मंच पर प्रस्तुत होंगे.
इस वर्ष के पिंक फेस्ट का थीम "अनुगूंज" होगा, जो एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहल के रूप में ध्रुवपद संगीत को प्रस्तुत करेगा. इस कार्यक्रम में विशेष रूप से निलय अहसान (पद्मश्री उस्ताद वासिफ उद्दीन डागर के शिष्य) और अर्पिता चक्रवर्ती के द्वारा ध्रुवपद गायन की महिला-पुरुष जुगलबंदी प्रस्तुत की जाएगी.
यह प्रस्तुति ध्रुवपद की शैली में पहली बार महिला और पुरुष कलाकारों का अद्वितीय संयोजन होगा. इस विशेष प्रदर्शन में इस प्राचीन संगीत शैली का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा, जो दर्शकों के लिए एक अभूतपूर्व अनुभव साबित होगा.
डागर परिवार ने पिछले कई दशकों से ध्रुवपद संगीत के संरक्षण और विस्तार में अहम भूमिका निभाई है. डागर परिवार के कलाकारों का संगीत क्षेत्र में योगदान अनमोल है, और उनकी संगीत यात्रा पिछले 20 पीढ़ियों से जारी है. इमरान डागर और शबाना डागर जैसे कलाकार आज भी ध्रुवपद संगीत की जड़ों से जुड़े हुए हैं, और अपने इस गौरवमयी कार्य को लगातार आगे बढ़ा रहे हैं.
राजस्थान सरकार द्वारा रविंद्र मंच के द्वितीय तल पर 'द डागर आर्काइव' के लिए विशेष स्थान प्रदान किया गया है, जहां ध्रुवपद संगीत की दुर्लभ रिकॉर्डिंग्स और ऐतिहासिक दस्तावेज़ संरक्षित किए जा रहे हैं. इस संग्रहालय में ध्रुवपद की जड़ें और उसकी विरासत को आगामी पीढ़ियों तक पहुँचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
पिंक फेस्ट 2025 का चौथा संस्करण 21 से 23 फरवरी तक राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (RIC), झालाना डूंगरी में आयोजित होगा. यह तीन दिवसीय कला, संगीत, और सांस्कृतिक उत्सव कला प्रेमियों, संगीतज्ञों, साहित्यकारों और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति समर्पित व्यक्तियों के लिए एक अद्वितीय अवसर होगा. इस उत्सव में देश-विदेश से अनेक कलाकार, लेखक और वक्ता भाग लेंगे.
इस आयोजन में भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने वाली एक कला प्रदर्शनी, 25 संवाद सत्रों में 125 से अधिक वक्ताओं द्वारा विचार-विमर्श, लाइव आर्ट कैंप, कल्चर रैंप वॉक, थिएटर प्रस्तुतियां, जयपुर कथक घराने का शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय गायन और वादन जैसे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसके अलावा, फेस्टिवल में कई अन्य गतिविधियाँ भी होंगी जैसे:
पिंक फेस्ट 2025 में प्रवेश निःशुल्क रहेगा, लेकिन इसमें भाग लेने के लिए पूर्व पंजीकरण आवश्यक है. इच्छुक लोग www.pinkfest.in पर जाकर अपना पंजीकरण कर सकते हैं.
यह आयोजन कला और संस्कृति के प्रति समर्पण को और अधिक मजबूत करने का एक शानदार अवसर है, और ध्रुवपद संगीत जैसे भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने के प्रयासों को बढ़ावा देता है. पिंक फेस्ट 2025 में उस्ताद इमामुद्दीन खान डागर और उनके परिवार द्वारा किए गए अद्वितीय कार्य को सम्मानित करना इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य है, और यह भारतीय कला और संस्कृति की यात्रा को और आगे बढ़ाएगा.